बड़ा ही जानलेवा है साहब,
एहम होने का वहम होना,,,,,‼️-
अब भी रोज़ मुस्कुराते हैं,
नये पुराने किस्सों पर खूब ठहाका लगाते हैं,
ग़र कोई पूछता है खुल कर मुस्कुराने की वज़ह,
झूठ भी, सफ़ाई से बोल जाते हैं,,,,,,‼️-
*जिनका स्वभाव*
*अच्छा होता है,*
*उन्हें कभी प्रभाव दिखाने की*
*जरूरत नहीं पड़ती...!*
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मुट्ठी भर बीज बिखेर दो दिलों की जमीन पर,
बारिश का मौसम है क्या पता अपनापन पनप जाये।।-
यह सुबह साथ लाई है।
हर सुबह एक मौका है, अपने आप को साबित करने का,
चाहतों को पूरा करने का, उम्मीदों को जगाने का,
कुछ रिश्तों को थामने का, बिगड़ी बातों को भूल जाने का,
अपने आप को संवारने का, कुछ नया कर दिखाने का,
लोगों के चेहरों पर मुस्कुराहट लाने का,
रोतों को हँसाने का,
हर पल को खुल कर जी जाने का,
अच्छी यादों को बनाने का,
यह सुबह बहुत कुछ अपने साथ लाई है,
बहुत कुछ!
बहुत कुछ!!-
मैं
छिपी हुई योग्यताओं को अब पहचाना है,
समय रहते मैंने आज अपनी प्रतिभा को स्वीकारा है,
लगा बहुत समय, समय की धूरी पहचानने में,
पर कहते है ना देर से सही,पर दुरूस्त अभिज्ञान पाया है,
भरते-भरते अरमानों का घड़ा दूसरों का,
आज मैंने भी स्वयं के लिए समुद्र मंथन कर डाला है,
पता नहीं क्या खोया पाया मंथन में मैंने,
पर चिर आनंद आत्मा को दिला पाया है,
लेती हूँ प्रण अब नहीं उपेक्षा स्वयं की सहूँगी,
मैं थी, मैं हूँ ,मैं ही सर्वोपरी हमेशा रहूँगी,,,💞-
खूबियाँ भी बहुत हैं मुझमे ,कमियाँ भी बहुत हैं,
नज़र वही देख पाएगीं ,तुम्हें तलाश जिसकी हो.-
देखा है उनको भी जलते,
सुनसान कब्रिस्तानों में,
जिनकी जुबां पे रहते थे,
नश्तर लबों पे धिक्कारे,
वक्त की कसौटी पर,
आज मेरा तो कल तेरा,
मुकद्दमा, ख़ुदा के घर होगा,
फिर देखना ईमा किसका,
तराजू में सौ या सिफ़र होगा,
सब अपनी किस्मतों का,
लिखा खाते हैं ओढ़ते हैं,
फिर क्यों ये सोचाता है,
ख़ुदा मेरा नहीं,हमेशा तेरा होगा.-