शोहरत की अकड़ मे मदमस्त थे वो, इसलिए रूठे देर से ।
मर्यादा पुरुषोत्तम कहला गए राम, शबरी के 'जूठे बेर' से ।
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ये दौलत ये शोहरत सब इस दुनिया के मेले है
सच तो ये है मरने के बाद सब अकेले अकेले है
क्या करोगे इतनी दौलत कमा कर ऐ दोस्त
जब जाना कुछ लेकर नहीं है,,
ये दौलत ये शोहरत सब ज़िन्दगी के झमेले है
सच तो ये है मरने के बाद सब अकेले अकेले है-
इन्हें जरां सी शोहरत, क्या मिली अनूप ।
कि मुझ जैसे को नज़रों से, कदमों में रख दिया अनूप ।।-
मेरी दौलत भी तुम ही हो,
मेरी शोहरत भी तुमसे है।
चाहे,लड़ लूँ मैं तुमसे कितना भी,
मेरी मोहब्बत भी तुमसे है।-
जरूरी नहीं कि शान-शोहरत ही सरेआम बिके क्योंकि,
शबरी के बैर तो जुठे होकर भी श्री राम के मुँह में थे..-
आसानी से मिल जाये वो हसरत कैसी
और दुश्मन न करे सलाम तबतक शोहरत कैसी-
कीमती इतनी की दुनियां की दौलत भी हक़ीर लगे
वो मेरी मां हैं जिसकी मुहब्बत के आगे सब फ़कीर लगे-
सरेआम ईमान बिक जाते, शोहरत की होड़ में,
जो सारे लोग कल तक तेरे थे, वो आज मेरे है।-
"मेरा तजुर्बा"
धन दौलत ,शोहरत,गाड़ी,बंगला,इज्जत,
नफरत,मुहब्बत,बड़े-बड़े रिश्ते नाते ये सब
चीजें बहुत ज्यादा मायने नहीं रखती
दुनिया में सबसे खुशनसीब इंसान वही है
जो पूरी उम्र स्वस्थ और तंदरुस्त रहे
खुदा सबको सही सलामत रखे
दुआओं में याद रखना-
शोहरत के महल तुम्हें मुबारक, हम तो मलंग ही अच्छे है
तुम रहना दायरों में सिमट कर, हम तो खानाबदोश अच्छे हैं !!-