ऐ मौसम-ए-बरसात तू जब भी आती है,
मेरी आँखों में यादों का सैलाब लाती है!-
26 JUL 2021 AT 13:09
21 JUN 2024 AT 15:27
जाने क्यूं अब तुम,तुम्हारा एहसास कुछ जुदा जुदा सा लगता है🌷
अजीब है ये इश्क भी ,कभी खुदा,, कभी नाखुदा सा लगता है🌿-
26 JUL 2021 AT 23:21
मौसम-ए-बरसात और मेरे हाथों में तेरा हाथ
आज भी याद आती है आपकी और बूँदों की मनमानी साथ-साथ।-
26 JUL 2021 AT 17:00
छलकता है जाम-ए-मसर्रत,यूँ मौसम-ए-बरसात में
भीगोकर तन-मन ,रूह को सुकून दे जाता है।-
26 JUL 2021 AT 15:35
मौसम-ए-बरसात मे भीगे सुख़ॅ लबों ने
अर्ज़ की बादलो से .. आए हो तो दिल-ओ-ज़ां से बरसो-
26 JUL 2021 AT 23:21
किसी का घर उजड़ा,किसी के सर आफत आई
इस क़दर मेरे शहर में ,मौसम -ए- बरसात आई।-
26 JUL 2021 AT 10:57
मौसम-ए-बरसात का होता है बेहद खास
बारिश का खयाल आते ही नाच उठे मोरा
मन मयूरा सा
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26 JUL 2021 AT 11:51
मौसमे _ए _बरसात में तन्हा न भीगा करो
भीगी भीगी पिक भेजकर,दिल न जलाया करो-