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The best thing in mine is that I a... read more
माँ की ममता, करुणा की मूरत,
सृष्टि की जननी, शक्ति का स्रोत।
नवरात्रों में सजे हैं दरबार,
भक्तों की भीड़, माँ का प्यार अपार।
लाल चुनरिया, माथे पे टीका,
हाथों में खप्पर, सिंह की सवारी।
दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती रूप,
हर रूप में माँ का अद्भुत स्वरूप।
नौ दिनों की पूजा, मन में श्रद्धा,
माँ की कृपा से मिटे हर बाधा।
जय माता दी का लगे जयकारा,
माँ के आशीर्वाद से जीवन संवरा।-
हे नीलकंठ, हे महाकाल,
तुम ही अस्थिर,
तुम ही अविरल,
आशीष आपका माँगे हम ।
हे रुद्र देव, हे दिव्य भाल,
संहार करो मेरे अवगुण का,
मेरे ईर्ष्या का, मेरे द्वेषों का,
कृपा आपकी माँगे हम ।
हे उमा पती , हे कैलाशी,
हे अविचल, मेरे अविनाशी,
यश-कीर्ति के हम अभिलाषी,
आशीष आपका माँगे हम ।
हे गंगाधर, हे आदि देव,
तुम से ही लय , तुमसे प्रलय,
मुझे मुक्त करो , मेरे हलाहल से,
कृपा आपकी माँगे हम ।
तुम ही आरंभ, तुम ही में अंत,
तुम ही ब्रह्माण्ड, तुम हो अनन्त,
मुझ में हो तुम, और तुम में हम,
आशीष आपका माँगे हम ।-
आपको खोने का डर,
मुझे पल-पल सताता है।
आप तो मुझसे दूर है,
फिर भी आपकी याद आती है।
आपकी याद आते ही,
हम सब कुछ भूल जाते हैं।
आपको खोने का डर,
मुझे पल-पल सताता है...
बस एक मेरा ये दिल,
जो सिर्फ आपके लिए धड़कता है।
फिर आपकी यादों में ही,
मेरा ये दिल खो जाता है।
आपके बारे में सोच-सोचकर,
दिन-रात यूंं बीत जाया करते हैं।
आपको खोने का डर,
मुझे पल-पल सताता है...-
ॐ महाकाल महाकाय महाकाल जगत्पत। महाकाल महायोगिन महाकाल नमोस्तुते ।। महाकाल महादेव महाकाल महा प्रभो। महाकाल महारुद्र महाकाल नमोस्तुते ।।
महाकाल महाज्ञान महाकाल तमोपहन। महाकाल महाकाल महाकाल नमोस्तुते ।। भवाय च नमस्तुभ्यं शर्वाय च नमो नमः। रुद्राय च नमस्तुभ्यं पशुना पतये नमः।।
उग्राय च नमस्तुभ्यं महादेवाय वै नमः। भीमाय च नमस्तुभ्यं मिशानाया नमो नमः ।। ईश्वराय नमस्तुभ्यं तत्पुरुषाय वै नमः। सघोजात नमस्तुभ्यं शुक्ल वर्ण नमो नमः ।।
अधः कालअग्नि रुद्राय रूद्ररूपाय वै नमः स्थितुपति लयानाम च हेतु रूपाय वै नमः ।। परमेश्वर रूप स्तवं नील कंठ नमोस्तुते पवनाय नमतुभ्यम हुताशन नमोस्तुते ।।
सोम रूप नमस्तुभ्यं सूर्य रूप नमोस्तुते। यजमान नमस्तुभ्यं अकाशाया नमो नमः ।। सर्व रूप नमस्तुभ्यं विश्व रूप नमोस्तुते। ब्रहम रूप नमस्तुभ्यं विष्णु रूप नमोस्तुते ।।
रूद्र रूप नमस्तुभ्यं महाकाल नमोस्तुते। स्थावराय नमस्तुभ्यं जंघमाय नमो नमः ।। नमः उभय रूपाभ्याम शाश्वताय नमो नमः। हुं हुंकार नमस्तुभ्यं निष्कलाय नमो नमः ।।
सचिदानंद रूपाय महाकालाय ते नमः। प्रसीद में नमो नित्यं मेघ वर्ण नमोस्तुते। प्रसीद में महेशान दिग्वासाय नमो नमः ।। ॐ ह्रीं माया स्वरूपाय सच्चिदानंद तेजसे स्वः सम्पूर्ण मन्त्राय सोऽहं हंसाय ते नमः ।।-
ख्यालों की बारिश में भीगे हुए हम
यादों के समंदर में खोए हुए हम।
बारिश के मौसम में होती ढेर सारी बातें
खयालों की बारिश में भीगती हुई यादें
आज तेरी यादों का साया मेरी आंखों में नजर आया
मेरे दिल में तुम्हारी यादों का सागर है
जो हरदम मुझमें एक नया एहसास जगाती हैं।
हर बूंद में तेरे ख्यालों की बारिश से दिल भीग जाता है
जो मेरी आत्मा के अंतर्मन को भिगो कर रख देता है
दे जाता है सिर्फ अहसास मोहब्बत का
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"May taught me love, in every way
Showed me kindness, night and day
Her heart, a garden full of grace
Where love and joy bloomed in every place
May taught me patience, with a gentle hand
Guided me through life's uncertain plan
Her wisdom, a treasure to behold
Helped me find my heart's true gold
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जहां सच्चाई छुपी होती है
जहां ज्ञान की किरणें चमकती हैं
जहां आत्मा की आवाज गूंजती
जहां सपने सच होते हैं
जहां आशाएं जगती है-
शिव की तन्हाई में बसी पार्वती की आस है,
तप की अग्नि में पिघली उनका विश्वास है।
जब दो आत्माएं एक तत्व में समा जाती हैं,
तब जन्म लेते है 'अर्धनारीश्वर' एक साथ
जिनकी इनमें हो आस्था वो होते है बेहद खास
श्री शिवाय नमस्तुभयम 🙏🏻 🙏🏻
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बेबस आंखें मेरी जो दर्द की दास्तां बता रही
जो रस्ता देख रही हैं तेरे लौट आने का प्रिय
जो खोज रही है रास्ता जिंदगी को आसा बनाने
जो ढूंढ रही हैं सुकून के कुछ पल अपने लिए
जो देख रही हैं जिंदगी की कड़वी सच्चाई को
जो रो रो कर तुझे पुकार रही हैं खुद को मजबूत
बनाने को अपनी पहचान बनाने को जो ढूंढ
रही अपनी आजादी इस जगत में नाम कमाने को
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