दुआएं भी जब छीन ली गई मेरी हथेलियों से,
फिर यूं हुआ कि उम्र भर के लिए सब्र आ गया मुझे!-
👉मेरी एक अलग दुनिया है जिसमें कुछ टूटे ख्वाब हैं , कुछ अधूरी... read more
कितने बेरहम होते हैं
ये मुहब्बतों में
साथ छोड़ने वाले भी,
खुद के किरदार को
संवारने के लिए
दूसरों की कहानियां
उजाड़ देते हैं!!!!!!!!!-
मैं बेबस सा खड़ा रहता हूं उसके सामने और,,,
आईना रोज़ मेरी हालत पे मुझको सुना के निकल जाता है!-
कुछ गुज़री हुई शामें,
ठहर सी जाती हैं ज़हन में
उम्र भर के लिए,
किसी बिछड़ी हुई
याद की तरह.....!-
पलकों की दहलीज़ पर आकर बेसबब ठहर जाना,
मैंने अपने आंसुओं को कुछ यूं भी संभलते देखा है!-
ऐ ख़ुदा कुछ तो ऐसा कर कि तुझपे यकीं बना रहे,,,
वर्ना तेरी ये आजमाइशें मुझको काफ़िर ना बना दे कहीं!-
मैं उदासियों के हिस्से में आया हूँ,,,
मुझको अब मुस्कुराने की इज़ाज़त नहीं है!-
कुछ हादसे ऐसे भी
होते हैं जिंदगी में,
कि जिसमें इंसान
बच तो जाता है लेकिन,
जिंदा नहीं रहता!!!-
मै क्या करूँगा इन नींदों से राब्ता करके,,,
मेरी आँखों में अब तो कोई ख्वाब भी नहीं आता!-
कुछ मंजिलें जो
किसी के हिस्से में
नहीं आतीं,,,
भटकती रहतीं हैं,
सफ़र-दर-सफ़र
किसी मुसाफ़िर की
तलाश में,,,,
ठीक वैसे ही
जैसे कुछ मुसाफ़िर
गुमनाम रास्तों पर
भटकते रहते हैं
उम्र भर दर-बदर...-