बहन
जो बाप की तरह डांटती है ।
माँ की तरह प्यार करती है ।
दोस्त की तरह हमेशा साथ निभाती हैं ।
और एक बहन ही हैं साहब ,,
जो अपने भाई के लिए
दुनिया से लड़ जाती है ।
-
भाई दूज का टीका लगाती, आंखों में ले के स्नेह अपार।
भाई बहन के बीच वात्सल्य बना रहे यूं ही बेशुमार।
याद करते बचपन की सारी बातें, आपसी स्नेह लुटाते,
कामना करती, देती है दुआ, भाई का हो सुखी संसार।-
ओ मेरे बेहनों
आसमान में जीतने सितारें है
उतनी उम्र हो तुम्हारें
तुम सबको कीसी की नजर ना लगे
दुनिया के सारे खुशीयां हो जाये तुम्हारें
रक्षा बंधन के दिन भगवान से
एसी दुआ है हमारें......-
ये बंधन है कुछ अनोखा सा।
कुछ कुछ खट्टा सा कुछ कुछ मीठा सा
कभी छोटी,मोटी, पागल कह कर मुझे खीझाता,
मैं रूठती और फिर वो बाबू,बेटा, बेबी कहके मुझे मनाता ।
कभी हँसाता कभी कभी खूब रुलाता
मेरे सपनों को अपनी आँखों मे वो सजाता।
जब भी चलूँ किसी राह पर मैं,
उन राहों का पहले वो मुआयना कर आता।
बहन हूँ मैं पर बेटी सा वो लाड लगाता,
कभी कभी खूब प्यार तो
कभी कभी हल्की फटकार भी लगाता।
उदास होउ जब भी मैं
आँखों मे आँसू पहले उसके आता।
ये भाई-बहन का पवित्र बंधन तेरा आशीष है दाता
खुश किस्मत है वें जो ये प्यार का बंधन है पाता
ये बंधन है कुछ अनोखा सा।।-
समय पडने पर जान भी दे सकते है...
पर एक ग्लास पाणी नहीं.
भाई बहन का प्यार अनोखा है, अटूट है, अनमोल है।
सभी को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ-
के तू शेरनी है, तू शेरनी की तरह खुल के दहाड़,
हिम्मत नहीं किसी में की तेरे ऊपर नजरें उठाए,
अगर उठाई.तो उसे तेरा भाई बीच से देगा फाड़,
तूफानों में नहीं दम की तेरा रास्ता रोकें...
तू चल अपनी मंजिल की और...
मैं रास्ता रोके तूफानों का खड़ा हूं बनकर पहाड़,
के तू उठ चलना तेरा भाई सिखाएगा,
तू चल राह में गड्ढे तेरा भाई दिखाएगा,
वाहे गुरू जी दी मैर है, तू डर मत किसी से..
तू शेरनी और तेरा भाई शेर है।
तू जबसे है मिली... छोटी मेरे दिल में बस गयी,
मैं किसी को जान नहीं बनाता, कली तू ही मेरी जान है,
छोटी तूझ जैसी बहन पर मुझे बहोत अभिमान है,
अगर गलती हो तो माफ करना छोटी,
कयोंकि तेरा बड़ा भाई अच्छी लेखनी से अज्ञान है,-
अंतःकरण से आभार् आपका छोटी...!
हमारी भी उम्र लगे मेरी प्यारी बहना को...!!
आप जहा भी रहे ख़ुश रहे...!!!-
भैया मेरी राखी का तुम बस इतना सा मान देना,
मेरे सपनों के पंखों को तुम उड़ान देना।-
भाग्यशाली होते हैं जिनके पास होता
भाई-बहन का रिश्ता,
भाई छोटा हो या बड़ा
बहन की मुश्किलों के बीच हमेशा रहता खड़ा,
बहनें तो माँ की परछाई होती
हर पल भाई की सलामती की दुआ करती
कितनी लड़ाई कितनी पिटाई कितनी मस्तियों की कहानी
बिना किसी नफा-नुकसान के होता है ये खूबसूरत प्यार
जिसे पहचान देता है राखी का त्यौहार ।।-