हम भटके मुसाफिर रहे, पर तुम्हें मंजिल मिलनी चाहिए,
हमने खोया हर पल खुद को, पर तुम्हें हर खुशी मिलनी चाहिए।
हमारे ख्वाब टूटे ही सही पर तुम्हारा हर ख्वाब चमकना चाहिए
ना हो कोई भी कांटा राहों में ,तुम्हारे हिस्से सिर्फ बहारें मिलनी चाहिए
चाहे चले थे अंधेरों में ठोकर खाते , तुम्हे रास्ता रोशनी से भरा मिलना चाहिए
सब के हिस्से का हर दर्द सहा, पर तुम्हारा हर ख्वाब सच होना चाहिए
हवा ने चाहे धूल में रौंदा हों, वक्त को उसका जवाब मिलना चाहिए
हमने जलाए अपने सपने सारे , पर तुम्हारी दुनिया सजनी चाहिए।
हमारी राहें छूट गईं पर, तुम्हारा सफर निरंतर चलना चाहिए,
हमारा दिल टूटे चाहे, पर तुम्हारा हर अरमान जिंदा होना चाहिए
हम भटके मुसाफिर रहे, फिर भी तुम्हें मंजिल मिलनी चाहिए,
हमने जलाए अपने सपने, पर तुम्हारी दुनिया सजनी चाहिए।
खुद की राहें वीरान कीं, फिर तुम्हारे कदम फूलों पर चलने चाहिए ,
हमने संभाला दर्द हर गम का, पर तुम्हें सिर्फ खुशियां ही मिलनी चाहिए
चाहे हमसे छूट गई हर आस, पर तुम्हारी हर उम्मीद कायम होनी चाहिए ,
हमारे अंधेरों के संसार में, तुम्हारे मेहनत से सूरज हर दिन उगना चाहिए
चाहे हमारी जिंदगी नर्क हो, बस चाहते है तुम्हारा सफर रौशन होना चाहिए ,
सब कुछ भूलकर हम भटके सही, पर तुम्हारा हर सपना साकार होना चाहिए-
तेरी यादों ने मेरी तन्हाई को सहारा दिया है,
इन खामोश लम्हों को जीने का इशारा दिया है।
तेरी हँसी की खनक मुझे अब भी सुनाई देती है,
तेरी खुशबू ने मेरी हर सांस में बसेरा किया है।-
कहना है, पर कैसे कहूं, समझ नहीं आता,
दिल की बातों को लफ्ज़ों में सजाना नहीं आता।
तेरे सामने आकर जुबां खामोश हो जाती है,
इजहार-ए-मोहब्बत का सलीका नहीं आता।
तेरी हसीन आँखों में ख्वाब ढूंढता रहता हूँ,
तेरे दिल की धड़कनों का हिसाब ढूंढता रहता हूँ।
कैसे बताऊं जो तू मेरे लिए है,
इन जज़्बातों का जवाब ढूंढता रहता हूँ।
ख़ामोशी में भी तेरे होने का एहसास होता है,
हर सांस में तेरा नाम बार-बार होता है।
कैसे कहूं क्या तू मेरे लिए है,
तेरे बिना हर लम्हा अधूरा सा होता है।— % &तेरे चेहरे की रौनक मुझे बहका जाती है,
तेरी यादें मेरे मन को महका जाती है
तेरी हंसी मेरे हर दर्द भुला जाती है।
मोहब्बत तुमसे बयां करूं कैसे, हुजूर
ये जुबां कुछ कहने से पहले रुक जाती है।
तेरी बातें जादू का असर कर जाती हैं,
तू सामने न हो तो फिकर कर जाती है
तेरा साथ हर जनम में मुकम्मल हो मेरा
धड़कनें दिल के हर कोने जिक्र कर जाती है — % &-
दिल से जुड़े रिश्ते में रुसवाई नहीं होती
जहां इश्क सच्चा हो वहां तनहाई नहीं होती
जख्म जो मिलते हैं मोहब्बत के शहर में
उन जख्मों की कोई दवाई नहीं होती
हर दिल इसे पाने को तरसता है
क्योंकि सच्ची मोहब्बत में बुराई नहीं होती
फिर भी लोग करते हैं मोहब्बत
शायद इसे समझने की पढ़ाई नहीं होती
मोहब्बत में दर्द भी हैं, तो है बेहद सुकून भी
मोहब्बत की हर कहानी में जुदाई नहीं होती— % &यह मोहब्बत की प्यास बढ़ती ही जाती है
शायद दिल के समंदर की गहराई नहीं होती
मोहब्बत में खुशी,सुकून की मिठास होती है
लेकिन दिल ए मोहब्बत कोई मिठाई नहीं होती
होश नींद, चैन, सुकून सब उड़ जाते हैं रातों के
टूटे दिल को सुलाने वाली कोई रजाई नहीं होती
एहसास से जुड़ जाते हैं मोहब्बत में जन्मों के रिश्ते
यहां पहली मुलाकात में कोई सगाई नहीं होती
दिल के एहसासों में ऐसे बंद जाते हैं रिश्ते
जुदा भी हो जाए मगर दिल से रिहाई नहीं होती — % &-
तन्हाइयों में तेरे ख्यालों का सहारा लिया
तुझको खो कर मैंने खुद को ही खो दिया
सब दोस्त आज भी तेरे नाम से बुलाते है मुझे
तुझको याद करके मै आज भी रो दिया-
कठिन रास्तें हो मगर
संकल्प हो अडिग अगर, राहें खुद बन जाती हैं।
हौसलों के पैगाम लिए , मंजिलें गले लगाती हैं।-
अंधेरों में जीना सिख लिया है हमने,
अब ये सारा ज़माना देख लिया हमने।
ग़मों से दोस्ती अब हो गई है दिल की,
खुशियों का फ़साना देख लिया हमने।-
बातों से बढ़कर तेरे लिए ये कीमती एहसास हैं,
मेरी खामोशी में भी तेरी हसीन बातों की आवाज है
तू चाँद बनकर कहीं बादलों में खो भी जाए अगर
जुगनू बनकर तेरे मोह में मुझे रात भर तेरी तलाश है-