Suryaprakash Maurya   (Sur_कलम✒)
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Joined 1 July 2020


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Joined 1 July 2020
31 MAR AT 23:20

कुछ रास्ते तुझ तक जाते तो थे ,
पर ये कदम तुझ तक जा ना सके

मैं थक के हार बैठा अपने मुकद्दर से
ना जाने ये दिल मेरा क्यों आज भी ना थके ,

ना हम हमराजी थे कभी ना हमराज हुए,
मगर आशिकी का इल्जाम सर से हटा ना सके ,

बात कहनी खैर तुम से बहुत थी मगर ,
बात दिल की होठों तक हम ला ना सके I I

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30 MAR AT 1:02

ये अँधेरा घना अब है क्यों छा रहा,
मन बेबस सा हो के है क्यों गा रहा,

जब रूठी है किस्मत मोहब्बत की मेरी,
तो दर्द आँखों से रिसता है क्यों जा रहा,

भले पाना चाहा बस तुझे मैंने हर पल ,
मैं बेचारा ख़ुद ही से ख़ुद ही का ना रहा,

फिर क्या फकत ये बस अँधेरा मेरा है,
जो परछाई बन कर है साथ देता जा रहा

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26 MAR AT 12:00

अब प्यार में ना कोई मर्यादा,
अब प्यार हो रहा आधा आधा,

दिल टूटने से पहले हैं जुड़ने लगे,
है कितनी बदल गई परिभाषा।।

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25 MAR AT 2:09

एक सितारा मेरा भी था,
जो ज़माने में कहीं खो गया,

हम मुसाफिर जिस मंजिल के थे,
वो किसी और का हो गया।।

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23 MAR AT 0:51

मेरे दिल कि धड़कन में,
हर एक धुन तुम्हारी है,

मेरे सांसों से पुछु तुम,
छाई कितनी खुमारी है,

करूँ जब आँखें बंद अपनी,
दिखे एहसासों में तू ही तू,

लिए मोहब्बत का बस्ता
मंजिल इश्क़ ही हमारी है,


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23 MAR AT 0:41

ख़्वाबों को घर दिया होता,
बस इशारा कर दिया होता,

हम कभी होते ना तुमसे दूर,
जो बांहों में भर लिया होता …

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16 FEB AT 21:07

कभी किसी को कसम का वास्ता नहीं देना,
हजारों हैं हमारे ही हमें ये हौंसला नहीं देना,

मोहब्बत में मशगुल मुसाफिरों की महफिल में,
किसी को कश्ती का अपने किनारा नहीं देना,

हकीकत है हमें हमी से ही हर-पल डर लगता है,
खामखा ख्वाबों की खुशबू का खजाना खो नहीं देना,

बामुश्किल बचाया इस दिल को बेवफाई के बारिस से
तुम तासीर में तकदीर को तन्हा तड़पता छोड़ नहीं देना ।।

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12 FEB AT 0:14

कुछ रिश्तों का नमक मीठा होता है,
एक दूसरे के साथ जो पल बीता होता है,

छोटी छोटी खुशियों में, जो सब पा ले
उसने ही अपनों से बना जग जीता होता है ||

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12 FEB AT 0:06

"शिक्षा से आपको विनम्र बनना चाहिए, अहंकारी नहीं।"

"Education should make you humble, not arrogant."

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16 JAN AT 23:45

बदलने चले थे दुनिया, ये इंसान बदल गए
मौके के हिसाब से लोगों के भगवान बदल गए

बदलता रहता है खैर दस्तूर इस दुनिया का
अहंकारों से लोगों के सन्मान बदल गए।।

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