प्रेम-प्रेम सब कोई कहे ,, प्रेम न जाने कोई ,,
जाने जो सच्चे प्रेम को ,, तो जुदा रहे न कोई ,,
प्रेम बिना पावें नहीं हुनर कर हज़ार कहे .. प्रीतम प्रेम बिना मिले नहीं नन्द कुमार ..!!
-शशांक भारद्वाज...-
तुझसे क्या मांगू है केशव मैं, तू तो अंतर्यामी है
मुख से बोलूं या ना बोलूं, तूने तो हरमन की जानी है😊
हरे केशव❣️-
हे कान्हा...
आज भी तु बसता हैं वृंदावन की गलियों में
निधिवन में आज भी किवदंती है
रास रचाते प्रभु गोपियों संग है
करबद्ध वनतुलसी दलपुंज
मनभावन प्रतीत होती है आज भी
बांके बिहारी तेरी छटा निराली है
शोर में भी घनी शांति है
कान्हा...
जन्म से विस्तार तेरा प्रेम मंदिर है
राधे-राधे समवेत स्वर
अहा..! बड़ी मनमोहक है
कान्हा...
तेरा वृन्दावन तामसिकता से अछूता है
गाय यहां पूजनीय जगतमाता है
सबने बाँट लिया तुम्हें अपने-अपने हिसाब से
जबकि...!
तु रहता है सबके हृदय कमल में
राधे-राधे...-
मन हो रहा अभिलाषित
हरि दर्शन को,
कभी तो कोई राह दिखेगी
हरि भुवन को,
नयन झरोखे आलोकित होंगे
जब सांवरे,
चित्त होगा आह्लादित और
देह अर्पण को ।।
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जोकि ये दुनिया सारी, दीवानी है हमारी!
ऐसा हम नहीं,
बल्कि कहते हैं श्री बांके बिहारी!-
तन मन वारी..बांके बिहारी
तेरे चरण की मैं हूँ दासी
कब रिझोगे बांके बिहारी
जनम जनम से मैं हूँ प्यासी
बहुत घड़ी अब शेष नही है
दोगे दरस कब बांके बिहारी
🙏शेष अनुशीर्षक में🙏-
जब दुनिया से मिलायी नजरें, तब हर ज़ख्म उभरने लगे,
जब मिली नज़रें मेरे बांके बिहारी जी से, तबसे हर ज़ख्म मेरे भरने लगे❤️🙏।। राधे राधे।।-
"बांकेबिहारी की मस्ती में हम तो चलते जाएंगे,
जो भी मिलेगा राह में उसे राधे राधे कहते जाएंगे।।"
- अंजली सिंघल-
मेरे माधव गोपाल गिरधारी जय जय श्री रमण बिहारी.....
जिनका न कोई सहारा,उनका तुम ही एक सहारा हो.....
सबका दु:ख दूर करो प्रभु जी, सुखमय संसार हमारा हो.....
🌹🙏जय श्री कृष्ण 🙏🌹-
मेरे बांके बिहारी लाल
तु इतना,
ना कर सिंगार कि
नजर तोहे लग जाएगी....-