हया है, लाज है, शर्माना है, फिर भी कुछ बाकी है,
होने को तो है सब पर तेरी नजरें झुकना बाकी है!
गिला है, शिकवा है, शिकायत है, गुस्सा है, चुप है,
मुस्कुराने को है वो तैयार, पर उसे मनाना बाकी है!
महक है, लहक है, खुशबू है, सुगंध है, कस्तूरी है,
संभल के रहना तुम, अभी मेरा बहकना बाकी है!
नजाकत है, लियाकत है, सदाकत है, इबादत है,
सबकुछ तो अपना लिया पर तुमसा होना बाकी है!
मेहंदी है, बिंदिया है, पायल है, कंगन है, काजल है,
पर तेरी मांग में अभी, मेरा सिंदूर सजाना बाकी है!
गाथा है, कथा है, किस्सा है, कहानी है, किताब है,
करेगी दुनियां याद, हमारा इतिहास होना बाकी है!
मनमोहिनी है, राधा है, रुक्मणि है, मीरा है, सखी है,
पर एक तो कमी है "राज" तेरा कृष्ण होना बाकी है! _राज सोनी-
खामोशियाँ, इश्क की पहचान है .....
रोड ट्रिप तो मुस्कुराने का इक बहाना है🤘-
ग़लत राह पर चलने के सौ वज़ह ज़रूर होंगे
पर सही राह पर चलने का कोई एक बहाना भी हो तो कर लेना-
बदलती बेरहम बयार है,
बंदा बहकता बेहिसाब है!
बचा-खुचा बचपना भी बिता,
बदहवास बंदगी बेपनाह है!
बगिया में बादशाहत बलात है,
बगुले बुलबुले बदनाम है!
बिछाई बिसात बुज़दिलों ने,
बेख़बर बेचारा बागवान है!
बुलंद बाहुबली की बेहयाई,
बेहूदा का बराबर बाजार है!
बचो बेढब बहुरूपियों से,
बाधा है, बहकावा है, बिगाड़ है!
बेसबब, बेपनाह बेअखियार,
बेवजह बहाने की बुनियाद है! __राज सोनी-
उसे ख़ुश देखने के लिए हम खज़ाना ढूंढ़ने लगे |
और पता ही नहीं चला कि कब ख़ुद मुस्कुराने के लिए हम बहाने ढूंढ़ने लगे |-
मिला बहाना है फिर तेरे शहर आने का मुझे
नया तो नही पर तुझसे मिलने का बहाना है सही-
ये रोज रोज के बहाने बनाना हमें नहीं आता,
तुमसे कोई बात छिपाना भी हमें नहीं आता।-
उस का यह बहाना कि
उसको मैं, दिखा ही नहीं..
इस मुश्किल का हल भी हो क्या,
दिल का तो कोई चश्मा ही नहीं..
हम पर हंसने वालों सुन लो,
हंसता तो कोई, रहता ही नहीं..
©drVats
गर रोना भी है तो चिल्लाओ,
सिसकियां कोई सुनता ही नहीं..
इश्क की राह, चले हो साथी,
सब कुछ है, आसां ही नहीं..
हम भी मरे, और उस पर मरे,
एक शख्स जो शख्स था ही नहीं..
©drVats-