दीवार पर बेतरतीब सी
टंगी हुई थी तस्वीरें
कुछ पुरानी
कुछ बदरंग और कुछ उदास
अव्यवस्थित सी
शायद....कुछ मन की तरह
हटा दूं... पर
भित्ति पर पड़े निशान गहरे है
और दाग रह जायेंगे
सोचती हूँ....
कूची में भर प्रेम ...नये रंग भर दूं
संशय बस यही है
क्या तस्वीरें इसे स्वीकार करेंगी..?
-
रंग , खुसबू और मौसम का बहाना हो गया
••••••••••♪♪♪♪♪♪♪♪♪♪••••••••••
अपनी ही तस्वीर में चेहरा पुराना हो गया-
एक पुरानी तस्वीर जिसमे तुमने बिंदी लगाई है
मै अक्सर उसे रात में चांद समझ के देख लेता हूँ !!-
कुछ तो हूँ मैं..
इतना मत निहारो हमें...
जो नया है बस उसपर हैं ध्यान मेरा..
ऐ नए-नऐ रूप-रंगीनियाँ हैं सब-रब की देन
पुरानी तस्वीर में आज का मै,
फिर नहीं पाओगे..
क्यों कि मेरा रब मुझे नए सिरे से
युही बेकार में नहीं बनाता..!
ShRi..●°
🧞♂-
पुरानी तस्वीरों में दबी मासूमियत की तलाश है,
बदले हुए वक्त ने मुझे गुनहगार बना दिया था।
-
कैमरे में कैद कर लो ज़िन्दगी
मुस्कुराहटों को भी तस्वीरों के नाम करो
ये आम सा आज, कल को एक खास बीता पल बन जाये
इस आज में, उस कल के लिए कुछ ऐसा काम करो
कि लम्हां जब गुज़र जाता है,
तो तस्वीर बन, पुरानी दराज़ो से मुस्कुराता है
"ज़िन्दगी हम कल जी लेंगे, आज में बस कल बनाते हैं"
कि ज़िन्दगी की इस कश्मकश को छोड़, थोड़ा आज भी जी ले बंदे
ना जाने कब कहाँ ये ज़िन्दगी, हाँथ छुड़ा कर अलविदा कह दे..!-
हे राधे..
पुरानी तस्वीरे..
अपनों की बड़ी याद दिलाती है,
तस्वीरों में यादें जिंदा दिखाई देती है..
पुरानी तस्वीरे..
आँखों को बरसात का पानी,
बनकर बहा ले जाती है..
पुरानी तस्वीरे..
बिगड़े मुड़ को चुटकी में,
अच्छा बना देती है..
पुरानी तस्वीरे..
बेपरवाह अंदाज में खुद को,
देखने का मौका देती है..
पुरानी तस्वीरे..
याद्दाश्त को फिरसे,
ताजा कर देती है..!
💞💞-
यादों के अश्कों में अधीर हो जाता हूँ
तो कोई पुरानी तस्वीर लगाता हूँ
रूठ जाता हूँ, टूटकर कभी, तो
स्टेटस के पन्नों में मुस्कुराता हूँ,
जमाने में तकनीकी हैं, दिलवाले
मिलते नहीं दुबक कर, बैठने वाले
दिखावे में, मैं भी फ़क़ीर बन जाता हूँ
दुनिया से खुद की जमीर छुपाता हूँ,
यादों के अश्कों में अधीर हो जाता हूँ
तो कोई पुरानी तस्वीर लगाता हूँ,..
कई पन्ने हैं बिखरे देखो जीवन के हमारे
गवाही हैं, ए फेसबुक व्हाट्सअप बेचारे
युद्ध में कातिल कोई तीर हो जाता हूँ
तो मैं भी ग़ालिब और मीर हो जाता हूँ,
यादों के अश्कों में अधीर हो जाता हूँ
तो कोई पुरानी तस्वीर लगाता हूँ-
वो मुस्कुराहटें जो थी..अपनी पुरानी तस्वीरों में,,
अब लाख चाहो,चेहरे पर.. लौटकर नहीं आती,,-