【 परम शांति 】
●••••••••••••••••••••••••●
संपूर्ण शांति वह है
जिसमें हम दूसरों के चिढ़ाने और तानों को
सहन कर लेते हैं। और,
हमें उन बातों को ऐसे सहन करना चाहिए
जैसे किसी उल्टे घड़े पर पानी उड़ेला जाता है।
और वह घड़ा अपने अंदर पानी को बिल्कुल भी नहीं लेता .!♡-
👉 #vikkuwrites ❣️
nd for mention 👉 @Mr Cute
-----------------------... read more
" हर कोई नहीं समझेगा "
हर किसी को समझाना भी नहीं होता
हर किसी को समझा भी नहीं पाएंगे !♥︎-
वो आप ही आप में जल रही होगी
जैसे कोई मछली जल में मचल रही होगी।
जगी हुई तो बेचैन कमरे में टहल रही होगी।
सोई हुई तो बेतुक करवटें बदल रही होगी।
नींद बुलाए तो आँखे मल रही होगी।
याद सताए तो खुद को झिंझोड रही होगी।
जहन ए जिंदगी घुट घुट निगल रही होगी।
वैसत ए फुरकत में चीखती बिलबिलाती
सभी को दूर धकेल रही होगी !
उसका बदन भी शल रहा होगा।
उसकी रूह भी बेअक्ल रही होगी।
वह सुबह को शाम और शाम से
रात में ढल रही होगी।
जैसे चांद से खाली चांदनी अमावस की
उसको भी चांद की कमी खल रही होगी ।
क्या मेरा दुआ और सदा मुकद्दर
का फेरबदल रही होगी ।
क्या हालत ए जान अब संभल रही होगी ।
जैसे तू याद करता है मुसलसल उसको
क्या उसको भी फिक्र तेरी हर पल रही होगी ।
दिल में उसके तेरी याद बेशक रही होगी।
जहन में मगर तेरा दीदार बा अदब रख रही होगी।
••••••••••••••¤¤¤¤¤•••••••••••••••
वह आप ही आप में जल रही होगी।♥︎-
ऐसा भी है कमाल जो धोखा नजर का है ♡
ऐसा भी धोखा है जो नजर का कमाल है.!🖤-
जिन लोगों की मंजिल पर नजर रहती है हर दम
उनका ही तमाशा है ये खोयी हुयी आँखे.!🖤✨️-
दिल के अंदर ज़ख्म आँखों में नमी बन जाइए
इस तरह मिलिए के मेरी जिंदगी बन जाइए
ये जो देवता बनने की कोशिश में आसमाँ में हो
○○○○○●♡●○○○○○
अब ज़रा नीचे उतरिए आदमी बन जाइए .!🖤-
कुछ बातों को दिल से लगा कर बैठा हूं
मैं जिंदगी को तमाशा बनाकर बैठा हूं
जितना लोग यहां पाने की तलब रखते हैं
♡▪︎▪︎▪︎▪︎○○○▪︎▪︎▪︎▪︎♡
उतना तो मैं पहले ही गवा कर बैठा हूं .!🖤-