Anuup Kamal Agrawal 30 AUG 2018 AT 11:55 पिरोता हूँ कविताओं में उदासी जान बूझ करवाह वाही की खैरात मिलती है ज़्यादा - Anu Chhangani 23 OCT 2019 AT 20:58 इक ख्याल के साथ दूजी पंक्ति पिरोना अन्याय है । - Shweta 16 JUL 2020 AT 11:28 मेरा दर्द भी इन मोतियों की तरह बिखरी पड़ी रहती हैंधागे में पिरोने की कोशिश करू तो धागे भी टूटने लगती हैं - Shabnam Rawat 9 OCT 2020 AT 11:46 जब उनकी यादें बेहिसाब आने लगती है..फ़िर अपने अश्कों को शब्दों में पिरो देते हैं। - Pooja Garg 8 AUG 2017 AT 19:15 मुसाफिर हूँ यारों बस चलना आता है ना रुकना ना ठहरना आता है।कविताओं और कहानियों का तो मुझे पता नहीं बस दो चार शब्दों को पिरोना आता है।। - Anuup Kamal Agrawal 27 FEB 2017 AT 8:16 चाहे सुई में होगा धागा पिरोनाया लगाना हो अचूक निशानादृष्टि केंद्रित और चित्त एकाग्र होना चाहिये। - Jai Kumaar 23 DEC 2020 AT 10:39 तुम्हें करीब लाकर कुछ कहूँ या तेरे करीब आकरदोनों में कोई फर्क़ नहीं, और दोनों में अन्तर भी है! - Neha 18 OCT 2020 AT 12:19 मैं अक्षरों में ढल जाती हूंँ, तुम शब्दों में पिरो देना।किसी कोरे काग़ज़ पर,जिस रस में चाहो भिगो देना।। - Dr.Pratibha Dixit 1 MAR AT 22:56 सुख हो या दुख हँस कर जी लेना हैखुशियों की खुशबू से जीवन के हर एक पल को महकाना हैबहुत अनमोल है जीवनप्रेम की डोर में इसे पिरोना हैजीवन रस पी लेना है... - Neha 31 AUG 2020 AT 11:27 क्यूँ ओढूंँ मैं चुनर ख़ामोशी की, क्यूंँ बहाऊंँ असुवन से कजरा काला।ज़ंजीरों में जकड़ी है तुमने आशाएंँ मेरी,क्यूंँ पिरोऊँ अब मैं प्रेम की माला।। -