Rekha Singh 7 FEB 2021 AT 15:02 एक गुलाब हमारा भी था उसके लिए,इश्क तो जनाब हमारा भी था।पर बिछु़डे़ ऐसे कि दुबारा दीदार न हुआ।।मिलने की आस में प्यार की पंखुड़ियां सूखती गई,और एक-एक पंखुड़ी पतझड़ की बेरहम में।अपना वजूद खोती गई।। - Harsh Dantre 21 APR 2018 AT 16:05 पंखुड़ी इक फूल की झड़ गयी जब,🥀ना फर्क पड़ा फूल पर,आपकी नजरों में...दर्द जुदाई का क्या होता है जनाब,विदाई के व़क्त केआँसुओं को देख ले.... - चेष्टा सिंह 29 JUL 2019 AT 15:43 अपनी शायरी सजाती हूं तेरी तारीफों सेजैसे किताबें सजती थी मोर पंखों से ♥️ - Roopali Trehan Srivastava 20 AUG 2020 AT 21:24 साड़ी के पल्लू को संभालतीआफ़रीन पूरे कायनात की लगती होसूखे हुए पत्तों के बीचखिली हुई गुलाब की पंखुड़ी दिखती हो✍️✍️ - Shailendra Singh Thakur 13 JUL 2022 AT 0:11 नर्गिस-ए-नीम-ख़्वाब आँखों सीचाँदनी में नहाई रातों सीपहली बारिश की हो फुहारों सीख़ूबसूरत हो तुम बहारों सीनाज़ुकी क्या कहें बदन की अबपंखुड़ी नर्म हो ग़ुलाबों सीइसलिए साँस ये महकती हैछू रही हो मुझे हवाओं सीग़र रुको तो कहूँ ग़ज़ल तुम परआती-जाती हो तुम ख़यालों सीज़ाम आँखों के पी गया जब मैंमस्तियाँ छा गईं शराबों सीहाल बीमार का करे अच्छाहै तुम्हारी दुआ दवाओं सीरेशमी ज़ुल्फ़ अपनी लहराकरमुझपे बरसो क़भी घटाओं सी - MANISH KUMAR 22 SEP 2020 AT 9:39 जो फूल की पंखुड़ी की तरहनाज़ुक होता हैं - मैं शांत समंदर सी 'सहर' 8 FEB AT 18:43 बन जाऊं मैं स्थलकमल हर पंखुड़ी पर स्पर्श होतेरे अधरों का... - Vivek Pali 8 JUN 2020 AT 9:13 मनपसंद गीतों से कई यादें जुड़ी होती हैयाद इक फूल है तो गीत उसकी पंखुड़ी होती है - Vinay Tyagi 9 SEP 2019 AT 7:59 Happy Birthdayरात भर खुशबुओं ने बातें कीफूल को पंखुड़ी देने के लिए - Seema Srivastava 5 JAN 2023 AT 14:00 जब सारी हकीकत पता हो तो ख़्वाब की पंखुड़ियों से अपने कलम की नोक को क्यों पोछूं! -