अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलो
अब धूप निकल आई है, धूप का आनंद लो
और काम पर लग जाओ।-
यही दुआ है हमारी, हर तमन्ना पूरी हो
रह न जाए कोई ख्वाब अधूरा,पूरे हो सपने सारे-
कोई लिखता है ख्वाबों में, कोई लिखता है ख्यालों में
पर लेखनी उठाकर लिखने, की हिम्मत मुकम्मल लोगों
में होती है
इसी के साथ yourQuote परिवार को नये वर्ष की
ढेर सारी शुभकामनाएं
-
जिंदगी का तजुर्बा ये बताता है कि सबके लिए
करो , अपनी सारी जिम्मेदारियों को
का अच्छे से निर्वहन करो, परन्तु खुद को
कभी इग्नोर मत करो, अपनी प्राथमिकता
महत्वपूर्ण है।
-
मन में इक आस थी,लीक से हटकर कुछ कर गुजरने की
मंजिल की सीढ़ियों पर, ज्यों रखा पहला कदम। इक हवा का झोंका आया, वक्त मेरा ले उड़ा
तीरगी में दिन कटा,कल क्या होगा क्या पता
फिर रोशनी की इक झलक मुस्कुराए यूं दिखी
तीरगी को ले उड़ी, हो गये सपने हंसी
बोली मुझसे खिलखिला कर ,वक्त तेरे साथ है
भूल जा वो सारे दर्द,चल तू मेरे साथ अब
पूर्ण कर ले कार्य सब,रह न जाए कोई ग़म
तू जहां जहां चले, हम भी तेरे साथ हैं। Dr.Rekha
-
जिसको अपनी औकात से ज्यादा मिल जाता है
वह अपने आप को उससे भी ज्यादा महान समझने
लगता है— % &-
मेरे ख्याल से एक लेखक कभी अपने जज्बातों
को स्पष्ट नहीं लिखता
पर निशाना जहां होता है चोट वहीं लगती है।।-
सौभाग्य से मिले बड़े- बड़े तख्तताज भी
कुछ बेवकूफों को अपनी क्षुद्र बुद्धि के कारण
महंगा पड़ जाता है, क्यूं कि वो उसको कभी
deserve नहीं करते थे।
-
अगर खुद के पास सलीका न हो तो दूसरों से
राय मशविरा ले लेनी चाहिए।
समय समय पर अपना मुंह पिटवाने
का काम नहीं करना चाहिए।।-
अपनी परिस्थितियों का इंसान जाने या अनजाने
स्वयं जिम्मेदार होता है।-