दिल के हर जर्रे पर नक्श ए मोहब्बत उनकी
नूर आंखों का है, आँखों से कैसे जुदा हो..❤️-
अपनी चाहत के अंदाज से इस कदर तू मुझे नूर करदे....
की तुझसे कभी बिछड़ ना सकूँ , इतना तू मगरूर करदे💏-
मुस्कान तेरी ऐसी जिसे पे
मोहब्बत का एक एक कतरा क़ुर्बान तुझपे-
चंदा के जैसा ही नूर है,
चंदा रौशन करती ये पूरा जहाँ,
मेरा जहाँ, तुझसे रौशन है,
चंदा कि छाया में रहती पृथ्वी,
मैं तेरी छाया में, माँ-
ज़र्रे ज़र्रे में तेरा ही नूर है..
तू मेरा वो कोह-ए-नूर है..— % &-
सनम के आँखों के आंसू तुम्हें नूर लगते हैं !
जिन्होंने पाला तुम्हें वो अब नासूर लगते हैं ?-
बन शराब आ जाओ मेरे प्याले में,
पी कर घुल जाऊ तेरे नूर के उजाले में,
बस मेरे जीवन का यही ख्वाब है
बन कर तेल, कर दो घर उजाले में।-
सड़क पे रोटी देख ,भूखा अपना स्वाभिमान भूल गया 😔😔😔
महल के नूर में चूर बेटा, बाप का छोटा मकान भूल गया 😡😡😡-
जो तुमने मुझे दिया
रखेंगे उसे हम
अपनी जान से भी
ज्यादा महफूज़
बुरी नज़रो से दूर
है वो हम दोनों की
आंखों का नूर।
होने ना देंगे हम
दोनो उसे कभी
अपनी आंखों से दुर
-
तुम मिले तो यूँ लगा हर दुआ कुबूल हो गयी
काँच सी टूटी किस्मत मेरी हीरों का नूर हो गयी..-