जिंदगी इन दिनों से शर्मसार बहुत है .. इस दौर मे कातिलों के तरफदार बहुत है.. वफा सिसकती सिमटती बैठी दम तोड़ रही है.. बेवफाओं के यहां तलबगार बहुत है .. शर्म किया तो कौड़ियों में बेच दिए जाओगे.. बेशर्मों कि दुनिया में भरमार बहुत है .. नित नए नकाब में छुपाए फिरते हैं चेहरे .. पहचाने कोई कैसे इनके वफादार बहुत है.. जिनके किस्सों से भरा रहता है अखबार इन दिनों.. सफेदपोश यह मन के दागदार बहुत है।
#मी टू अभियान चपेटे में गुणी रसखान यौन उत्पीड़न अमेरिकन भंवर अर्जेंटो डूबा वेंस्टिन मांसल देह की चाहत मिला दण्ड पहुँची राहत स्याह चेहरे दिखे अमेरिकन चपेटे में गुणी रसखान #मी टू अभियान
इधर मेरा भारत महान जहाँ नाना नाना भाँति के रसखान पत्रकार , राजनैता और अभिनेता मौका मिला, यौवन लूट लेता बेटी ही तो हैं तनु वहशी क्यूँ वंशज मनु अपराध कुबूल लो भद्र इन्सान चपेटे में गुणी रसखान #मी टू अभियान
एक ही झटके मे सपने चकनाचूर हो गये ! थे दिल के करीब अपने दूर-दूर हो गये !! दामन दागदार कर हौले से मुस्करा दिये ! हमे किया बदनाम खुद मशहूर हो गये !! -ketki
मुझको जान लेने की बस इतनी सी शर्त है वो ज़ात खुद भी ढाली गई हो किरदार में वरना वजूद बहुत से तो बुराइयों में गर्क है उससे मगर नही पड़ता मुझ पर कोई फ़र्क है वजूद ए किरदार ख़ुद में एक इम्तेहान है इसके लिए तो नियत भी बोसीदा ना चाहिए
मुझको मेरे वजूद की हद तक न जानिए, बेहद हूँ, बेइंतेहा हूँ, बेहिसाब हूँ मैं। साहिब जिसको भी हासिल किरदार ना हुआ मेरा, वो मेरे दामन-ए-वजूद को दाग़दार कह गए।