मैं छूट गई हूं तेरे पास पूरी पूरी सी,
तुम थोड़ा थोड़ा किस्तों में वापस मुझको
लौटा जाना,
मैं खुद के जेहन में अजनबी बन बैठी हूं
हो सके तो अजनबी बन के तुम भी
आ जाना...
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जिदंगी कभी तो ऐसा हो ,
कि तुम मुझसे मिलो और मुस्कुरा दो,
क्या इतना कड़वाहट है,
तेरे मेरे रिश्ते में,
कि तुम मिलो और मैं ना मुस्कुरा दूँ,
कभी यूँ भी मिलेंगे हम ए-जिदंगी ,
कि तू सोचेगी कि ना मिलती मैं तुझसे ,
तो कुछ अधूरी रहती तू।
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जब भी हो थोड़ी फुरसत
मन की बात कह दीजिये
बहुत ख़ामोश रिश्ते ज़्यादा दिनों तक ज़िंदा नहीं रहते-
जब भी हो थोड़ी फुरसत
मन की बात कह दीजिये
बहुत ख़ामोश रिश्ते ज़्यादा दिनों तक ज़िंदा नहीं रहते-
एक अरसा बीत गया
ये बात कोई नई थोड़े ही है ....
वो कर रहा है दूर खुद-से ...
इतना भी न समझू मैं कोई पागल थोड़े ही हूँ ।-
वो कह रही थी तेरा जख्म देखकर मेरे आंसू निकल गए
वो कह रही थी कि तेरा जख्म देखकर मेरे आंसू निकल गए,
बस मैंने पलक झपकी और वो बदल गए!-
न करो यूँ परेशान ......
कुछ तो कह जाओ
चाहे करो शिकायत या फिर चीखो चिल्लाओ ..
हाँ मगर यूँ चुप रहकर....दिल तो ना जलाओ
गर पिघल गया जलके अश्क़ ..
मेरा तो कुछ नहीं जाएगा
हाँ मेरे तस्ववुर से ही क्या वजूद से भी
तेरा अक्स तक धूँआ -धूँआ हो जाएगा ..
अरे ओ नादान मेरा इश्क़ अजूबा मेरी तरह ..
मैं तुझ से नहीं तू मुझ से ही बिछड़ जाएगा ...
फिर शायद हल्का हल्का सा दर्द तेरा
मुझे भी तो छूकर जाएगा ......
नन्दिनीप्रिया
12.12.2014
4:30 pm ..
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थोड़ी मोहब्बत तो उस
कमीनी को भी हुई होगी मुझसे ,
वरना इतना वक्त सिर्फ
दिल तोड़ने के लिए
कौन बर्बाद करता है !-
नमक ज्यादा हो सब्जी में, या चाय कभी थोड़ी फीकी हो,
गुस्से को रखकर काबू में, लबों से खुशी दिखानी चाहिए!-