क्यों न मित्रता में वफादारी का इनाम दिया जाय, नाम ही देना है तो क्यों न गहन विचारक के साथ मित्रता से भी बढ़कर जिगरी दोस्त होने का इनाम दिया जाय।
यह मेरी ख्वाहिश है तो फिर आपको इन्कार क्यों है?दोस्ती मुझसे है तो मेरे दर्द के एहसास से दूरी क्यों है?
मित्रता कहने पर मित्र की बात समझे वो सच्ची मित्रता का एहसास कहाँ है?
मित्रता तो वो दवा और दुंआ है की मरते को भी जिला दे।
मैंने थोड़ी सी मन की बात कही तो तेरे नाराजगी का मुझे मन में एहसास होता है?
एक उम्र बीत गयी हमें अच्छे मित्र की तलाश करने में, अब इस मित्रता को क्या खाना - ब - दोशी का नाम दिया जाय।
गले मिलने तो आपस में हर मित्र रोज आतें है, मगर मुफलिसी में जो साथ निभाये वही जिगरी दोस्त के नाम से नवाजा जाय।
अभी रोशन है मित्रता में चाहत के दिये हमारी आँखों में,
बुझाने के खातिर मित्रता के एहसास की लौ को पागल हवायें रोज आयेंगी।
ये सच है कि तेरे नाराजगी के शब्दों ने हृदय में आग लगा दिया, कहना कुछ चाही थी, शब्दों ने तुम्हें कुछ और समझा दिया।
कच्ची डोर से बँधी हमारी मित्रता नहीं जो टूट जाय, यदि एहसास की डोर से जुड़ी है तो उम्मीद की ठंडी हवायें रोज आयेंगी।
रजनी अजीत सिंह 4.8.2019
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तेरी जिंदगी का
ये सबसे खूबसूरत
और सबसे यादगार दिन
तेरे लिए इससे कहीं गुना ज्यादा
खुशियाँ लेकर आए
तु पूरी जिंदगी बस खुश ही रहे
तेरे सब ख्वाब
अब बहुत जल्द पूरे हो जाएं😍
तु जीजु संग ये सबजन्मों का बंधन
कुछ इस तरह निभाए
लोग मिसाल दे
तेरे प्यार और इस जोड़ी की❤
तुम्हें किसी की कभी नजर न लगे
तु और जीजु आजीवन खुशियों
के फूलों के बीच हंसते मुस्कुराते रहो💐
Love u mere yaaar😘😘
महादेव तुम्हें सौभाग्यवती
स्वास्थ्य सुख समृद्धि व दीर्घायु
होने का वरदान दें😍💓🙏
जल्द मिलेंगे जानेमन😚😚😚😚
#मेरी_बिट्टो 😍-
How do you celebrate "Friendship" for only a day,
When you have to mourn its loss for Life .!?-
दोस्ती
आओ हम बताते हैं दोस्ती कैसे बनाते और निभाते हैं।
नापना चाहते हैं दिल के दरिया को वो जो बरसात में बस मस्ती कर नहाते हैं, वो सहपाठी दोस्त बन बस रह जाते हैं।
खुद से खुद को जवाब दे नहीं पाते हैं,और जब हकीकत से सामना करने में वो जब बात करने में नजरों से नजर मिला नहीं पाते हैं,
वो सोसल प्लेटफॉर्म के दोस्त बन बस सीमित रह जाते हैं।
जो दिल के धड़कनों से जुड़ा हो चोट खाये एक और दर्द दूसरे को होता है वही सही मायने में जिगरी दोस्त बन जाते हैं।
जिंदगी क्या सिखायेगी दोस्ती के मायने,हम तो अपना उसूल खुद ही बना दोस्ती पर मर मिट जाते हैं।
हम तो अपने मौत का जश्न दुश्मनों के साथ भी मनाते हैं।
सुबह व्यस्तता में रास्ता भूले हों भले ही पर रात दोस्तों के साथ शब्दों को जोड़ यादों में खो जाते हैं।
आओ हम बताते हैं दोस्ती कैसे बनाते और निभाते हैं।
रजनी अजीत सिंह 22.5.2019-
तू घुँघरू की चंचल खनक
भोर का संजीदा रियाज़ है...
हर नज़ारे में नज़र तेरी
कमाल तेरा अंदाज़ है...
मिले अंजाम हर फ़िक्र को
अब इश्क़ का आगाज़ है...
तेरा और मेरा नाता बस
तेरा और मेरा ही राज़ है...
दुआ है क़बूल हो तेरी दुआ
सच, तू मदीहा अय्याज़ है...-
देवियों ओर सज्जनों इनसे मिलों
🤓🤓
कहते हैं न हर कमीने,kutte का दिन आता है,
तो आज इनकी बारी,
😂😂😂
Happiest b'day
मेरे यार🎂🎂🎂-
अबे तेरा जिगरी दोस्त तेरी खूबसूरत बीवी को भगा ले गया…. और तू….
यहाँ आराम से बैठा है तब अपने दोस्त के बारे में…
👇😃😃😃😃😃👇-
अचानक से नींद से जगा ,वह लम्हा याद आया था
हर पल जिसके लिए था मुस्कराता, वो मेरा कत्ल करने आया था-