जलता है, अग़र पडोशी का चुला,
जलने दे, जलता हुआ देख,
क्यूँ जलने लगे हम,
खाने में नमक ज़्यादा है, या मिर्च कम,
वो भला क्यूँ सोचे हम,
ख़ुश्बू अच्छी है, है तो है,
उसकी फ़िक्र क्यूँ करे हम,
जलता है, अग़र पडोशी का चुला,
तो जलने दे, उसका धुँआ क्यूँ बने हम,
-
30 SEP 2020 AT 13:22
26 NOV 2020 AT 19:50
गर तू देता जलता दिया तो उम्र-भर जला रखते
बदन निचोड़ कमाई का उसे तेल पिला रखते-
9 SEP 2018 AT 16:34
दिया तो रोज़ जलता हैं....,
उजाले की किरण खातिर।
अँधेरा भागता जाता,,,,,,,,,
दिये की दोस्ती खातिर....।
मिट्टी से कुछ सबक ले लो,
मिरी तुम दोस्ती खातिर....।
-
25 AUG 2020 AT 9:18
"रोता हूँ मैं
तो हसंता हैं ये ज़माना
और जब हसंता हूँ मैं
तो मेरी खुशियों से भी
जलता हैं ज़माना "।
-
1 JUL 2018 AT 23:49
माचीसों की तिल्लियों से कौन जलता है भला,
राख होने के लिए, बस इश्क़ होना चाहिए !!-
19 JUL 2020 AT 16:40
आज जाते जाते तेरी महफिल को रोशन कर जाएंगे
ये दिल अपना चिराग की तरह जला जाएंगे-
28 DEC 2021 AT 19:56
मेरी जागती रातों का हिसाब
ये चिराग क्या खाक देंगे
मुझे जलता हुआ छोड़कर बुझ गए थे ये-
1 JUN AT 8:39
दिल ये अब किसी को देखकर पिघलता नहीं है।
अरमां भी यूं ही देखकर मचलता नहीं है।।
दुनियादारी की जद में रहने लगे हैं "माही" हम तो।
देख कर अब ये दिल किसी को जलता नहीं है।।-