हो चुकी मुलाकात अभी सलाम बाकी है
तुम्हारे नाम की दो घूँट शराब बाकी है-
Chla gya h tu tere kdmo ke Nisan bakiya h
Mita diya h Sri ydo ka Maine teri fir bhi tera vajud mujhe Abhi baki h. ... ..-
भूल चुकी रस्ता अब ये साँसे भी,
जाते -जाते
याद दिला देना कहा से ये चली थी।-
दिल रो रहा है मेरा, पर आँखें तो थक चुकी हैं
साँसें तेरा नाम लेकर कब की रुक चुकी हैं
सुनो! आ जाना फूल लेकर मेरे जनाजे पर
तुमसे मिलने के लिए मेरी रुह कब से रुकी है-
कधी कधी माणूस चुकतो,
हे मनाला पटत असतं...
आधी माणूस चुकतो ,
पण मग....
त्या चुकीबद्दल ,त्याला वाईट वाटत असतं..!!
😔😢😔-
इश्क़ मोहब्बत पे मरने की बातें तो सब कर लेंगे
जो माथे की सिलवट पढ़ लें मुझे वो चाहिए ।-
कुछ लोगों में इंसानियत इस कदर मर चुकी होती है कि, फिर उन्हें किसी इंसान में इंसान नज़र ही नहीं आता। वो सब में लॉस-प्रॉफिट देखते हैं। जिसमें प्रॉफिट नज़र आए, उससे दोस्ती या रिश्तेदारी रखते हैं। जरूरत पड़ने पर उनके आगे झुकते भी हैं और जिसमें लॉस की आशंका हो, उससे बचकर निकलते हैं। ऐसे ही अपने परिवार में भी ये कमजोर को दबाकर और मजबूत से हाथ मिलाकर रहते हैं।
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