तुम रोक लेते ना,
मुझे जाना नही था।
तुम कुछ तो कहते ना,
मुझे सुनना तुम्हे था।
मैं नहीं कर सकती,
तेरे करीब आने की पहल।
तुम आ कर हाथ पकड़ लो ना,
मुझे तुम्हारा ही बनना था।।
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My feelings
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मोहब्बत करनी ही है तो अपनी जिं... read more
एक पल में चला गया वो लम्हा,
जिसका हमने बेसब्री से इंतजार किया था।-
क्या कहते हो मोहब्बत से बड़ा कोई दर्द नही
और साथी के बिना कोई मर्ज़ नही
तो लगता है जिंदगी अभी तुमने देखी नही
जिम्मेदारियों से बड़ी कोई रुकावट नही
और मजबूरी से बड़ा कोई बोझ नही
सपने टूटे तो यार के छूटने से भी ज्यादा दर्द होता है
अगर सपने पूरे हो तो इससे बड़ी कोई खुशी नही-
वक़्त वक़्त की बात है
जो कल हमसे वक़्त माँग रहे थे,
हमारे वक़्त के लिये तरस रहे थे,
आज वो हमें अपने वक़्त के लिये तरसा रहे है।-
जरूरी नही ख़ुशनुमा हर दिन हो,
जरूरी नही हर शाम मस्तानी हो।
खैर रात का तो मिज़ाज ही काला है
मग़र जरूरी नही सवेरा भी रंगीन हो।।-
तुझसे मेरी शिकायतें गवाह है इस बात का
कि उम्मीद बस तुझसे से है और
अहमियत बस तेरी है।
चुप तो परायो के सामने रहा जाता है
कुछ शिकायते तू भी कर लिया कर मुझसे
इनमें मुझे अपनापन नज़र आता है।
ये तेरा मुझसे शिकायत न करना ही तो
मेरी सबसे बडी शिकायत है।-
ये कैसी कश्मकश है,
मन कहता है तुझे चाहू बेइंतहा।
और दिमाग की सुन लू तो मुड़ के भी न देखु।।
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कमियां निकाल रहे हो हम में,
तो हम खुद गिनवा देंगे यार।
और चाहते हो अगर खुबिया ढूंढना,
तो ये काम तुम खुद कर लो यार।।-
Happy Independence day
नही झिझके बोलने में जो इंकलाब जिंदाबाद,
उन जवानो की जुबान को मैं सलाम करती हूं।
जिस माँ ने किया बेटे को लड़ने के लिए आज़ाद,
उस हर माँ के देशप्रेम को मैं सलाम करती हूं।।-
ये मेरी मर्जी है कि जब चाहे में गहना पहनु
ये मेरी मर्जी है जब चाहे पकडू हथियार,
मैं रानी लक्ष्मी बन सकती हूं ये तू मान ले
कलम मेरी तलवार है, ये भी जान ले।
कोशिश कितनी भी करले दुश्मन जीतेगा नही
ये भारतीय नारी है आसानी से हारेगी नही,
भारतीय वीरांगनाओं की शक्ति का ज्ञान ले
कलम मेरी तलवार है, ये भी जान ले।
न जाने तू, क्या है शक्ति स्त्री के अस्तित्व की
सुनी होगी कहानियां तो पन्ना के मातृत्व की,
जो कर सकते है हम, उस पर क्यों न अभिमान ले
कलम मेरी तलवार है, ये भी जान ले।
पति की खातिर हाड़ा ने, सर अपना काट लिया
रानी पद्मावत ने भी था जौहर कर लिया,
मुगलों के घर चली गयी जोधा को जान ले
कलम मेरी तलवार है ये भी मान ले।
झलकारीबाई जो बस, रानी की हमशक्ल थी
बनकर झांसी की रानी जिसने अपनी जान दी,
संघर्ष करते रहना वीरांगनाओ की बान है
कलम मेरी तलवार है, ये भी जान ले।।
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