रिवाज़ों के कटघरे में खड़ी होती है,
स्वयं की भावनाओं के क़त्ल का इल्जाम
दलीलें पेश होतीं
स्वयं की अधिवक्ता,
कर्तव्य में रंगी अनुरक्ता
न्यायधीश भी वो
न्याय दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर
अंगूठा और मुहर अवर्ण का,
निर्दोष,निरक्षर,साक्षर?
दंडवत् नमन किया दंड को
चारदिवारी में चुन दी गयी,
आजीवन कारावास पूर्ण होता
कि.....मौन और फिर एक दंड!!
11.12.20
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