परम श्रद्धेय गुरु जी को नमन करते हुए गुरु पूर्णिमा के अवसर पर प्रिय गुरु जी आपके लिए समर्पित चन्द लाएंगे....... एवं सादर प्रणाम।।।।
गुरु के बिना ज्ञान नहीं,
ज्ञान के बिना कोई महान नहीं,
भटक जाता है जब इंसान,
तब गुरु ही देता है ज्ञान,
ईश्वर के बाद गुरु ही महान है,
दुनिया से वाकिफ जो कराता,
वो इंसान है गुरु,
बिना गुरु के जिंदगी आसान नहीं,
बिन तेरे मेरी पहचान नहीं,
हमारी कमियों को बताता जो,
वो इंसान हैं गुरु,
हमें इंसानियत जो सिखाता दे,
वो इंसान है गुरु,
हीरे से जो तरासता है,
खुद से भी महान बनाता है,
वो इंसान है गुरु,
हमारे अंदर एक,
विश्वास जो जगा दे,
वो इंसान है गुरु,
बिन गुरु के कोई,
इंसान धनवान नहीं,
गुरु के बिना ज्ञान नहीं,
ज्ञान के बिना कोई महान नहीं।
मेरे प्यारे गुरु जी को गुरु पूर्णिमा की तहे दिल से हार्दिक एवं अनंत शुभकामनाएं।-
हमारे माता पिता, परिवार, समय या ऐसा कोई भी शख्स जिसने हमेशा हमें सन्मार्ग की ओर अग्रसर करने में हमारी मदद की है, वे सभी हमारे लिए आदरणीय हैं और गुरू के समान हैं।
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गुरु
समस्त जगत है गुरु समान, रखना जीवन में हर शिक्षा का मान
सीख लेने में हर पहलु से, कभी न करना कोई अभिमान।
जीवन संभव ना हो पाता गर, ईश्वर ना करता प्रकृति का निर्माण
प्रकृति के हर पहलू से सीखना, जीवन का हर सबक और विज्ञान।
जन्म दिया जिस माता पिता ने वे सबके होते पहले गुरु समान
मां के आंचल तले मिलेगा, प्रेम और ममता का पहला ज्ञान।
पिता हमेशा आदरणीय होते, रखवाया सबसे पहला कदम नादान
चल नहीं पाते तो कैसे जाते, विद्यालय में लेकर मुस्कान ।
प्रबुद्ध रास्तों को दिखलाकर, गुरु ने किया आत्मविश्वास का संचार
विद्या देने वाले हर गुरु को मेरा, शत शत नमन और प्रणाम।
सभी हृदयों में एकेश्वर बसा है, बनकर सबका गुरु और ज्ञान
हर प्राणी जो पथप्रदर्शक बनकर आया, उसको मेरा नतमस्तक आभार।
जीवन के हर पल में ज्ञान है, हर क्षण ब्रह्मा के अंश समान
मिली शिक्षा को बांटते चले जाना, गुरु का सबसे बड़ा है मान।-
मन दुखित होता है जब भी,
या जब भी होता है प्रफुल्लित..
हे माँ तुझे बस याद करता हूं..
प्रथम गुरु हो तुम मेरी,
मैं तुमको माँ प्रणाम करता हूं..
अच्छा बुरा हूँ मैं जैसा भी,
अनजान हूँ मैं पहले से ही..
मुझको खुद में तुम रखके,
दर्द को तेरे महसूस करता हूं..
मैं तुमको माँ प्रणाम करता हुँ..
सिखाया भी तुमने, सँवारा भी तुमने,
मुझे जीवन के पथ पर...
निखारा बस और बस तुमने,
आज कुछ भेंट पुष्प तेरे इन...
पावन चरणों के नाम करता हूं,
मैं तुमको माँ प्रणाम करता हूँ...
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गुरु ही नीव
गुरु इमारत
गुरु ही शक्ति
गुरु इबादत
गुरु ही ध्यान
गुरु ज्ञान
गुरु ही मान
गुरु सम्मान
गुरु ही मिसाल
गुरु मशाल
गुरु ही संस्कार
गुरु संचार
गुरु ही शिक्षक
गुरु छत्र छाया
गुरु ही जीवन
गुरु सशक्त साया
गुरु सशक्त साया
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माता पिता तुम ही बने प्रथम गुरु अपने
मुजे इस संसार का साक्षात्कार कराया आपने !
घोर अंधेरों में परछाई बनके,,
ज्ञानरूपी प्रकाश से पुष्पित किया आपने !
भले बूरे का आभास कराके,,
शिष्टाचार और धैर्यता से चलना सिखाया आपने !
सदैव आशीषों की बरसात से,,
मंगलमय जीवन बनाया आपने !
💐💐💐🙏🙏🙏-
आजतक जितना कुछ भी सीखा है "हृदय",
सब गुरुओं के परिश्रम का परिणाम है।
मेरे समस्त्र गुरुजनों के चरण-कमलों में अर्पित
मेरा श्रद्धासुमन सहित प्रणाम है।
"गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनायें"
🍃🌼🍃🌸🙏🙏🙏🌸🍃🌼🍃
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दुनिया में किसी भी व्यक्ति को भ्रम में नहीं रहना चाहिए।
बिना गुरु के कोई भी दूसरे किनारे तक नहीं जा सकता ।।
Let no man in the world live in delusion.
Without a GURU none can cross over the other shore.
✍️Guru Nanak Dev ji.🙏🙏-
जो पहुँचाए सुकून
तू गुरु उसको मान ले,,
बाकी सबकुछ बाद में
तू पहले खुद को जान ले!!
✍️ गुरु पूर्णिमा ✍️-
करता करे ना कर सके , गुरु करे सब होय ।
सात द्वीप नौ खंड में गुरु से बड़ा ना कोय ।।-