किसी से,
कर्मो का भुगतान तो खुद को ही करना पड़ता है....
हमने भी शायद कोई दिल दुखाया होगा,
शायद उसी लिए अब घुट घुट के मरना पड़ता है...-
😂 😂
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😂 😂 😂
😂 ... read more
शौक खत्म हो रहे है मोहब्बत के,
अब वो तो दूर जाने के बहाने खोजते है....-
खोकर तुझमें मै अब तुझमें ही कही रहने लगा हूं,,
सुध बुध ना रही जरा सी भी अब, बस राधे राधे कहने लगा हूं...-
विरह सही अब तेरे लिए कान्हा,
तुम्हारी खुशी के लिए इतना करना तो बनता था,,
तुमको निभाने थे सारे नाते मुझे छोड़कर,
अब इस कर्म में तुम्हारा साथ देना तो बनता था..
कैसे कहूं कि तुम बेवफा हो सबसे,
तुम्हारा मुझे एक पल याद करना तो बनता था,,
छोड़ गए मुझे मुख मोड़ अब तुम,
ये तेरा सबसे दिल लगाना तो बनता था...
जानती हूं तुम एक मेरे नही सबके थे पर,
मुझे एकपल के लिए थोड़ा याद करना तो बनता था,,
जानती हूं तुम नही लौटोगे फिर उस यमुना तीर,
पर फिर भी ये मेरा इंतजार करना तो बनता था...-
मौजूदगी तेरी महसूस हुई है मुझे हर दफा,
तुम आखिर दूर ही कब रहे थे आखिर...
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मायूस हुए है अब खुद ब खुद,
खुद में ही,,
अब मुस्कुराने में वो पहले वाला
मज़ा ना रहा...-
सोचना तुम्हे छोड़ा नही अब तलक, कि सोच कभी खत्म ना होगी,,
जिम्मेदारियां आड़े आ रही है आजकल, पर मोहब्बत अब भी पुरानी होगी...-
नज़र भर दीदार में कहाँ सुकून नसीब हुआ है,
अब तो फुर्सत भरा दीदार करने की ख्वाहिश है माँ...-
गर हम यू ही परखना जारी रखते,
तो मुट्ठी में एक भी रिश्ते नही बचते...— % &-
यादो के पैमानों को फिर से नया करता हूँ,
लो आज फिर किताबी मोहब्बत लिखा करता हूँ,,
बाते है कुछ बन्द इस ज़हन में कब से,
दफन ना हो जाए कही ये इसलिए ही मैं लिखा करता हूँ..— % &-