"इस उल्लू को गाली देनी भी नहीं आती"
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दर्द लिख कर ताली बटोरने की आदत नहीं है।
सच लिख कर गाली बटोरने की हिम्मत नहीं है।-
मर्द जब गुस्से में मां-बहन के सामने ही देते हैं
दूसरे कि मां-बहन को गाली,
कहते हैं उन्हें अपशब्द
क्या वो मर्द होते हैं मानसिक दुर्बलता के शिकार,
या फिर अपनी मां-बहन के अत्याचार से इतना पीड़ित,
जो रोक ना पाते खुद को दूसरे कि
मां-बहन को अपमानित करने से,
या वो होते हैं उस समय कष्ट से इतना व्याकुल,
कि वो व्याकुलता हो जाती है बड़ी,
"मां-बहन के सम्मान से"....!!!!
:--स्तुति-
हाँ, तुम बोल रहे थे
और वो सुन रही थी
अंदर ही अंदर घुट रही थी,
कल जो तुम्हारे लिए रिश्ते थे,
आज गाली बन चुके हैं,
समय का चक्र तो देखो
आज भारत माँ के सपूत ही
बात-बात पर माँ-बहनों की इज़्ज़त
उछालने को आतुर हो गए हैं।-
जिक्र जिनका होता है हर दिन गालियों में
एक दिन के लिये लिखा गया नाम उनका तालियों में-
महिलाओं का बहुत सम्मान करता हूँ मैं,
हर गाली उन्हें ही समर्पित करता हूँ मैं।-
Yq एक ऐसी जगह है जहां आप,
किसी के साथ collab करके
इश्क़ का इज़हार भी कर दो,
तो गाली नहीं सुनोगे वाह वाह ही सुनोगे 😂-
मुझे पढ़कर गर मोहब्बत हुई तो
पढ़कर मुझे नफ़रत भी करोगे
कभी ताली, कभी गाली से नवाजो
कभी तो तुम शिकायत भी करोगे-