खुद की खोज में, तू जो निकल ही पड़ा है;
तो अब रुकना नहीं है, थमना नहीं है।-
अब तो चारदिवारी भी पूछती है।
किसके लिऐ तू रोज बदल जाती है।
और मैं कहती हूँ, औरत ऐसी ही होती है!
जरूरत के हिसाब से किरदार निभाती है!-
हमेशा सबसे बड़ा धोखा खुद को देता हूँ,
अपनी ज़िंदगी के सवालों के जवाब किसी और से लेता हूँ ।
(कैप्शन)-
अगर सब कुछ लिख दूँ तो तेरे को खुद की हकीकत से इल्म करा जायेगी ,
और वह हकीकत लिखु हि क्यों जो तेरे को तेरे से दूर ले जायेगी........-
दुनिया की इस भीड़ में
खुद को नही खोना है
अपनी खुदी को बेखुदी
नहीं होने देना है-
बुराई जाननी है मेरी,
मुझसे पुछो।
अच्छाई जाननी है,
बेहतर होगा खुद ही ढूढ़ो।-
सोच कर आई थी कि मैं तेरी कहानी की ज़ुबान बनूँगी लेकिन तेरी कहानी सुन कर मैं खुद बेज़ुबान हो गयी
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हालातों संग
समझौता नहीं,
परिस्थितियाँ
बदलना सीखो।
पीछे मुड़कर
देखना नहीं,
बस आगे
बढ़ना सीखो।
यही जीवन की
रीत है,
जो सुनाती
मधुर संगीत है।।-
"बस इस दुनिया में सिर्फ दो ही लोग हैं,
जो हमें बहुत अच्छे तरह से जानते हैं.
और समझते हैं
1. जो, एक 'खुदा' है.
2. और एक हम 'खुद' है..."
बस यही तो है सच्चाई....-