जब हम खुशियां लेने से इंकार नही कर सकते ज़िन्दगी से ,
तो गम के लिए तो दरवाज़े खोलने पड़ेंगे ना
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*(मुझे लिखना पसंद है लेकिन मैं लेखिका नहीं 🍃)
*(The best of me is yet... read more
बुझा मोमबती उठा तलवार अब बहुत हुई चुपी अब तू बुलंद कर आवाज अब चार दिन का धरना नहीं अब तू कर उन हैवानों को जला कर राख...
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कलम जब_*उठाती हूँ तो पन्ने__भर जाते है
कहीं ना कहीं मेरे__ दिल के कागज़ कोरे_*रह जाते हैं
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Jis mahobbat mein kisi ko paane ki zid ho.... Tho
Vo... Mahobbat nahi...
Kyu ki mahobbat dil se ki jaati hai...
Aur
Zid marzi se....-
Khoobsurati ki khushboo..
kahi bikhar si gayi hai....
Bindi ki chamak thodi dhal si gyi... Hai
Hothon ki hansee thodi dab si gyi hai...
Kya ye mohabbat ab... Kam si gyi hai...
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ये रास्ता मेरा है और इस रास्ते पर चलना मुझे अकेले ही है, तो क्यों मैं किसी और का इंतज़ार करू
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प्यार इतनी तकलीफ देगा कभी पता नहीं था !
उस से बिछड़ने के बाद ऐसे टूटेंगे कभी सोचा नहीं था ||
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किसी रिश्ते में अगर किसी पर विश्वास है तो कभी शक़ मत करना और अगर शक़ है तो ! फिर उस पर कभी विश्वास मत करना
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खोने को तो इस साल सबने बहुत कुछ खो दिया ! किसी ने अपने को खो दिया, तो किसी ने अपने सपने को खो दिया |
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