धर्म और मातृभूमि के लिए जान दे या ले ले वो पहचान हमारी है।
किसी शख्सियत से नही ,हमारी तो तलवार से यारी है।।
🚩🚩जय राजपुताना 🚩🚩-
।।🛡️⚔️हिंद वा सूरज श्री महाराणा प्रताप⚔️🛡️।।
नमन है महाराणा प्रताप को...
जिनको जुकाने की अकबर की तम्मना सिर्फ तम्माना ही रह गई ।
अरे घास की रोटी मंजूर थी पर मुघलों की शरणागति का राज मंजूर नहीं था उनका नाम महाराणा प्रताप।
जिसने बहलोल खान को सीधा चिर दिया था उनका नाम महाराणा प्रताप!!
वह शेर जो २०८ किलो वजन उठाकर युद्ध लड़े उनका नाम महाराणा प्रताप!!
जो ८०००० के सामने २०००० को लेके खड़े हो गए उनका नाम महाराणा प्रताप यूहीं नहीं कहा जाता सारे मुघलों की फौज एक तरफ महारे राणे की मुछ की मरोड़ एक तरफ!!
जो राजपुताने की आन बान और शान उनका नाम महाराणा प्रताप।
चेतक का अशवार महाराणा प्रताप।
मेरा राणा कभी अकबर से हारा ही नहीं वोह तो सिर्फ गद्दारो से हारा 😔।
स्वाभिमान के प्रतीक महाराणा प्रताप।
क्षत्रिय कुलभूषण महाराणा प्रताप को उनकी जन्म जयति पर सत सत नमन 🙏
।।🔱एकलिंगजी दीवान महाराणा प्रताप🔱।।-
किसी ने मुझसे पूछा - बाईसा आप कुंवर सा से इतना प्रेम करती हो अगर उनकी मृत्यु हो जाए तो कैसे रहोगी ?
मैंने उससे कहा - मैं वो क्षत्राणी हूं जो मौत को भी घुंघरू पहनाकर दरबार में मुजरा करवा दूं।-
इतिहास गवाह है क्षत्रिय आन बान शान का,
धरती कर्जदार है रक्त की जो रक्षा में बहा।।
सर झुकाना फितरत नहीं राजवंश की,
गुलामी की आदत नहीं रघुवंश की।।
अकबर बीरबल की कहानी तो बहुत पडी़ होगी,
जब विपदा होगी तो क्षत्रियों की तलवार ही साथ खडी़ होगी।।
प्रभु श्रीराम अवतरित हूये जिस कुल में,
हुआ शूरवीर महाराणा प्रताप का जन्म जिस कुल में।।
कलकल बहती नदी और झरने कोयल मीठे तान सुनाती,
पवित्र हुई भूमि अपना आभार जताती।।
सौंदर्य प्रतिरुप तेजस्वी अभिरुप, रानी पद्मावती,
आत्मसम्मान के पथ पर कभी पीछे नहीं हठी।।
जौहर की ज्वाला में भस्म हुआ दुशमनो का अभिमान,
आंच न आयी और न आयेगी सदा रहे देश का स्वाभिमान।।
आकृति गोंटिया-
KARNA
रूठा हु, टुटा नहीं ,
गिरा हु, झुका नहीं ।।
कर्ण हु ,में पांडव नहीं ,
एक काफी हु ,पांच नहीं।।
काले और सफेद मे ,
में श्याम वर्ण चुनूंगा।।
तुम सुदामा को तलाशो ,
मै तो कर्ण मित्र चुनूंगा।-
✍️क्षत्रिय योद्धा हूँ न,
ठोकर अगर पत्थर से भी लगे तो भी हाथ हथियार पर ही जाता है।-
🙏 जय माँ भारती 🙏
तत्कालीन
क्षत्रिय राजा
और भारत माता
के वीर पुत्र
महाराज
पृथ्वीराज चौहान
की जयंती
पर उन्हें
शत शत नमन
🙏🙏-
दिल-ए-खुशमिज़ाज रखना जरूरी हैं,🚩
साहित्य-ए-सादगी रखना भी जरूरी हैं!-
झुका नहीं जो कभी रण में ,
वह योद्धा वीर मेवाड़ी था ।
झुका दिया सर दुश्मनों का जिसने ,
वह प्रतापी क्षत्रिय महाराणा था ।-