कोई जब दिल दुखाता है तो तुम्हारी याद आती है
मैं ये नही कहूंगी कि मुझे तुमसे प्यार था या है कुछ बातों से अंजान रहना ही बेहतर होता है या यूं कहूं कि कुछ बातें मैं खुद को भी नही बता पाती।
सुनो ! तुम वो शख़्स हो जो मेरे जीवन में बहुत सारा परिवर्तन लाए। मुझे लोगों पर विश्वास करना सिखाए, मुझे प्यार करना सिखाए। तुम ही वो पहले शख़्स हो जिस पर मैं इतना विश्वास कर पाई। मुझे ऐसा लगता था/है कि तुम्हारे साथ रह कर मैं जिन्दगी जी सकती हूं। बाकी ज़िंदगी कट तो रही ही है और धीरे धीरे गुजर भी जायेगी।
जिंदगी काटने, जिंदगी गुजारने और जिंदगी जीने में बहुत फर्क होता है।
खैर , इन सब बातों का अब कोई मतलब नही है और मैं इसे अब दोहराना भी नही चाहती। बस इतना कहूंगी तुम सा न कोई था न है और न ही होगा ख़ास कर मेरे लिए।
तुम्हारे बाद भी लोग आएंगे, जायेंगे लेकिन तुम्हारी जगह कोई नही ले पाएगा और न ही मैं किसी को देना चाहूंगी।
लोगों का वर्तमान में रहना भी तुम्हारे अतीत से फीका लगता है। तुम्हारी यादें, तुम्हारी बातें, तुम्हारा अपनापन, तुम्हारा hidden care किसी और के साथ मुझे सहज नही होने देता। और न ही मुझे किसी से वो care वो अपनापन मिल पा रहा है।
बस इतना ही कहूंगी जब कोई दिल दुखाता है तो तुम्हारी याद आती है।
-