1978 से 1988 तक पाकिस्तान सरकार के मुखिया रहे जनरल ज़िया-उल-हक़ का इस्लामी शासन और हरिशंकर परसाई
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जानत हौ कल का भवा,
अइसी सेकुलरिस्म चिल्लात रहै,
वाईसी कट्टरता बम्बात रहै,
यू तौ बतावहैक भूलि गेन कि
सेकुलरिस्म इनटॉलेरेंस -२ चिल्लात रहै,
कट्टरता पार्क म रक्षाबन्धन मनवावत रहै,
औ तिसरकौ रहै हो साम्यवाद दूर खड़ा मुस्काति रहै,
कट्टरता रोटी बहु बढ़िया बेल लेति है,
साम्यवाद चूल्हा जलाइस रहै
सेकुलरिज्म आवा औ रोटी स्यांकै लाग,
सेकुलरिज्म बहुत ट्रॉफी धरे रहै पता नै सब वापस कर दिहिस का कौनो देखा नै रहीं,
कट्टरता संघ बनाए क दल केरे साथै सेना लइकै आवा रहै,
साम्यवाद बंगाल औ केरल म खूब लाशै बिछाईस है आजकल बिस्तर नाइ बिछावत,
जान्यो हो अब बचेन चौथे हम ,
बस का बताई पिसे जा रहेन है।
(See caption for Khadi boli)-
उनकी यादों में कहीं बेतरतीब जाले है
बस यही है याद कितने गम संभाले है
उनसे क्या उम्मीद जिनके दिल ही काले है
ऐ वतन तूने भी आस्तीन में कितने सांप पाले है
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अब बेटा ना दूध देगें,ना खीर देगे।
भगवा🚩 मिटाने की बात की तो घर में घुस कर चीर देगे।।
जय जय श्रीराम-
ये जो कट्टर हैं वही साथ निभाएंगे
चाहे राजनीति हो,प्रेम हो या दोस्ती।
समझदार के पास कारण होगा हमेशा
छोड़कर चले जाने का।-
एक दिन जात-पात भुला कर
हर हिन्दू को जोड़ जाऊंगा।
मैं इतना कट्टर हूं की
मरने के बाद भी
भगवा ओढ़ के जाऊंगा।।
🚩जय श्री राम🚩-
पहले वो इंसान थे
जाने कैसे पत्थर हो गए,
पहले सिर्फ़ हिन्दू और मुस्लिम थे
सुना है आजकल कट्टर हो गए।-
मंदिर मस्जिद न कर साथी
हम तो कट्टर हिन्दू हैं
तुलसी कंठी भगवाधारी
हम सरयू तट वासी हैं
राम अयोध्या राम है नगरी
बसती हमारी छाती में
मां सीता के धरा पुत्र हम
इस धरती के वासी हैं-
इस तरफ़ भी है जाहिल,उस तरफ़ भी है जाहिल।
और दोनों ओर ही खुद को"कट्टर"कहते है जाहिल।-
"सांप्रदायिक"
यानी हमारा धर्म और ईश्वर सबसे बड़ा हैं,
एसा समझनेवाले मूर्खों का समूह।
"कट्टर "
यानी हमारे धर्म और ईश्वर से बड़ा कोई नहीं है,
एसा समझनेवाले मूर्खों का समूह।-