कुछ कर अब मेरा भी इलाज ऐ हकीम-ए-मुहब्बत...
हर रात वो याद अाती हैं और मुझसे सोया नहीं जाता.!
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ऐ जिंदगी जरा ठहर जा,
कुछ हसीन पल है बाकी जीने को
बहुत से काम रखा है पूरा करने को,
माँ,बाप के कुछ सपने हैं साकार करने को
ऐ जिंदगी जरा ठहर जा,
मुझे कुछ और वक्त तू दे कर जा।
उस हसीन पल को तो मैं ज़ी लू जरा
उन सपनों को तो मैं करलुं पूरा,
बाकी कामों को तो मैं करलूं जरा
ऐ जिंदगी जरा ठहर जा
ऐ जिंदगी जरा ठहर जा
कुछ और वक्त मुझे तू दे कर जा ।।
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ऐ हवा तुमने मेरे सनम को भी छुआ तो है ना तो बता उनका मिजाज कैसा है वो ठीक तो है ना उन्हें मेंरी याद आती भी है या नहीं
बता ना सांसें थम- सी गई है उसे सुनने को उससे बातें करने को बता ना तुम उन गलियों से गुजरी तो है ना
जहां मेरे सनम के प्यार की खुशबू मेंहका करती है मैंने देखा ही नहीं कभी उन गलियों को जहां मेरे सनम गुजरा करते हैं
बता ना कैसा है उनका आसिया कैसी है उनकी महफिल
उन महफिलों में उन्हें खलती मेंरी कमी तो है ना जैसे मैं बेताब हुं उनके लिए तो क्या उनकी धड़कनें भी मेरा इंतजार करती तो है ना
बता ना हवा मेरा सनम मेरा तो है ना-
कि कुछ लोगों का वहम है
कि उनकी फितरतों को हमनें
नज़र अंदाज़ कर रखा है
अब इन्हें कौन बताए?
हमनें नज़रों से
बेहद इन्हें उतार रखा है-
न किसी दौलत न किसी शौहरत की आस है मुझे तो एक ऐसे हमसफ़र की तलाश है जो इज्जत से थामे मेरा हाथ औऱ ज़िंदगी के हर दौर में हरपल दे मेरा साथ..!!
वो सख्स जो मुझे मैं जिस रूप में हूँ उसी रूप में अपनाए अपने फायदे के लिए मेरे अस्तित्व को न बदलना चाहे..!!
जो मेरी कमजोरी को मेरी ताकत बनाये मेरे आँसुओ में से भी खुशियाँ ढूँढ़ लाये एक ऐसा हमसफ़र जो मेरी हज़ारों कमियों के बावजूद भी मुझे दिल से अपनाये..!!
नहीं माँगूंगी उसकी भाग दौड़ भरे दिन का पूरा हिस्सा रात को बस प्यार से अपनी बाहों में सर रख के मुझे अपने होने का एहसास करवा दे बस इतने पे ही। खत्म होगा मेरे पूरे। दिन का क़िस्सा...!!
भले ही चारो पहर वो न रहे मेरे साथ पर रात को मेरे गोद में अपना सर रख कर वो कह जाए अपने दिल की हर एक बात..!!
मैं भी करूँगी उसे मोहब्बत बेइंतहां कभी साबित करनी पड़ी जो अपने मोहब्बत की गहराई तो बदले में मुस्कुरा के दे दूँगी अपनी जान........!!!!
ऐ मेरे हमसफ़र आके मुझे समेट ले काँच के टुकड़े की तरह टूट के बिखर गई हूँ दर-बदर..!!!!
~waiting for u❤️❤️-
ऐ वक्त तू ठहर जा...,अभी उनसे होनी मुलाकात बाकी है! (2) जो है दिल में छुपी हुई मेरे..., वो कहनी उनसे बात बाकी है!
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Dear Death
...A Request from U,
"दे इजाजत"
! राख हो जाऊँ,
उसें ढुंढू खाक मे भी !
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शहजादी हूँ अपने मन की,
ऐ-जमाना तेरे ऐब तो उठाने से रही।
सोचते हो क्या तुम बारे में मेरे,
ये बात तो मैं सोचने से रही।।-
सोया मैं कब्र में करता तेरा इंतज़ार कब से
छोड़के दुनियां आज़ा आगोश में मेरे
मैं हमेशा दुआ करता आया रब से
सुकूँ न मिल रहा रह गया तेरे पास
भटक रहा अंधेरो में तेरे बगैर तब से-
ऐ ज़िन्दगी, अभी ना सताओ मुझें इतना..!
अभी कुछ हालात, बाकी है मेरे..!!
टूटेंगे, अभी ना हम थोड़े भी..!!
अभी कुछ, उड़ान बाकी है मेरे..!!
ब्यर्थ ना कर तू, अपने वक़्त यहाँ..!!
अभी तो, कुछ वक़्त बाकी है मेरे..!!
बदलेंगी करवट तू भी, थोड़ा तो सब्र कर..!!
अभी तो तुझसे भी, कुछ हिसाब बाकी है मेरे..!!
ऐ ज़िन्दगी, अभी ना सताओ मुझें इतना..!
अभी कुछ हालात, बाकी है मेरे..!!-