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6 JUN 2020 AT 12:11
9 JUN 2020 AT 11:25
12 JUN 2020 AT 3:41
सुनो उद्धव तुम बात हमारी
कृष्ण में ही बसती है जान हमारी
तुम भले आये लेकर ज्ञान की पाती
हमें तो बस भाये हैं कृष्ण मुरारी-
8 FEB 2020 AT 14:28
अब कहाँ वो श्यामसुंदर सुनैनन की खबर री! उद्धव ले गया न जाने कहाँ मेरे अमरवर को री?
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13 JAN 2019 AT 12:29
डूबत है दुनिया सारी, तू नाव बन के आजा
अहिल्या क उद्धार करे, तू 'पाँव' बन के आजा
अइहा तू कृष्ण बन के गोपियन क, नाही उद्धव चाहीं
हमरी जइसन फोफला बाँस क, मुरलीधर श्याम बन के आजा-
1 MAY 2020 AT 23:23
उद्धव ये प्रेम है
ज्ञान से परे
न जीत पाओगे इसे तर्क से
क्या तर्क है..
एक बूंद के प्यासे चातक का
सूरजमुखी के मतवाले प्रेम का
धरती की आकुलता का
मीरा की व्याकुलता का
अच्छा है ...
समर्पित रहो
जिस हाल में वो रखें
उसी हाल में बस रहो।-