सुनो... सिर्फ लौटने भर की ही तो बात थी. -
सुनो... सिर्फ लौटने भर की ही तो बात थी.
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अनंत चाह मेरी:नेत्र आपके नतमस्तक भाव मेरा:आंखे आपकी -
अनंत चाह मेरी:नेत्र आपके नतमस्तक भाव मेरा:आंखे आपकी
आप लौटे तो पूछ लूं कि बहते प्राण पर बलिहार हो मंगलमृत्य को बरना किसे कहते है? -
आप लौटे तो पूछ लूं कि बहते प्राण पर बलिहार हो मंगलमृत्य को बरना किसे कहते है?
...कि इक तुं! -
...कि इक तुं!
जो मिरा न था -
जो मिरा न था
...And in the end man is defeated by his own family! -
...And in the end man is defeated by his own family!
...और फिर वो बरस ही नहीं पाता! -
...और फिर वो बरस ही नहीं पाता!
दो प्रेमी कभी भी अच्छे मातापिता नहीं हो सकते... -
दो प्रेमी कभी भी अच्छे मातापिता नहीं हो सकते...
तुम उस खुदा की तरह सदा दूर रहना जो हर सू हर सह मेरे पास रहता है... -
तुम उस खुदा की तरह सदा दूर रहना जो हर सू हर सह मेरे पास रहता है...
એમ પ્રાણ મધ્યે મહાપ્રાણ સ્વરુપ અવિચળ તારું હોવું વહે... -
એમ પ્રાણ મધ્યે મહાપ્રાણ સ્વરુપ અવિચળ તારું હોવું વહે...