ख़ुदा से माँग लिए हैं मैंने,
सभी रंज़ ओ ग़म तुम्हारे ,
अब चंद लम्हात् में ....
मेरी ज़न्नत
सिर्फ तुम्हारी होगी ।।
#अक्स
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8 AUG 2019 AT 10:03
4 MAY 2021 AT 23:11
मेरी खामोशियों को एक नज़र दे दे
ज्यादा नहीं बस ....मुख़्तसर दे दे
कुछ वक़्त गिरवी पड़ा है
तेरी यादों के तहखाने में
मोल लगा मेरी चाहत का
और
अपने इश्क़ से रिहा कर दे-
14 APR 2020 AT 18:28
ये इश्क़ है जनाब जिसमे दिल अपना और धड़कन किसी और के नाम की होती है
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12 AUG 2020 AT 21:57
अगर बात अहमियत की है, तो किसी और की मौजूदगी ,तुम्हारे कमी को नही भरती।
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11 MAR 2020 AT 11:27
वो मेरी खामोशियाँ भी पढ़ने लगा है
अब लगता है,
वो इश्क़ की भाषा समझने लगा है।
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1 JUN 2021 AT 13:59
मुझे खोने का गम सताया नहीं तुम्हें
लगता है किसी ने मेरा हाल बताया नहीं तुम्हें-
7 JUN 2020 AT 19:11
नफ़रत में तुम्हारी आधा किस्सा हूँ.....मैं,
तुम मोहब्बत तो करो तुम्हारा पूरा हिस्सा हूँ...मैं!-