जब बाहर जाने पर हो रोक
तो किस बात का है शोक
करें अपने मन की यात्रा
मिटेगा तम, दिखे आलोक-
# 21-12-2020 # काव्य कुसुम # परिवर्तन #
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बड़ी-बड़ी बातों से नहीं छोटे-छोटे प्रयासों से परिवर्तन आयेगा ।
परिवर्तन की सतत् प्रकिया से ही मन में छाया अंधकार जायेगा ।
जीवन में परिवर्तन ही ज़िंदगी की सबसे बड़ी जीत ठहराव हार है -
परिवर्तन की राह पर चल कर ही मन अभिनव आलोक पायेगा ।-
सुनो!💙
जिंदगी की हजार
उलझनों
को सुलझाते हो तुम❤️
अपने लेखन से कायल
बनाते हो तुम❤️
जिंदगी के हर मोड़
पर साथ निभाते
हो तुम❤️
घने अंधेरे में भी पथ
को "आलोकित "
कर जाते हो तुम❤️-
# 25-07-2021 # काव्य कुसुम # क्रोध #
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विवेक समाप्त होने पर क्रोध अस्तित्व में आता है।
क्रोध समाप्त होने पर विवेक व्यक्तित्व में आता है।
आलोक से अंधकार की ओर ले जाता है क्रोध -
क्रोध शमन होने पर आलोक व्यक्तित्व मे आता है।
=============गुड मार्निग ============-
जितना आलोक शब्दों में है,
बस उतना ही प्रकाश मन में हो,
यही मङ्गलकामना।-
# 24-11-2020 # काव्य कुसुम # ध्यान #
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ध्यान के आलोक में ही जीवन की समस्याएं समाधान पाती है ।
ध्यान के आलोक से ही जीवन गौरवान्वित होकर दिव्यता आती है ।
अपने ही आत्मबल-इच्छा शक्ति से पूर्णता को प्राप्त होता है ध्यान -
ध्यान के आलोक से ही जीवन में छाई हुई मूर्छा भाग जाती है ।-
ओ साधक!
अंतः तह का मर्म
जानना तुम्हारा धर्म।
राह के हार गलहार हैं
कंकरों के पार
जलधार है।
तम से मत डर
नीरवता का रव,
वर है।
मरना, पर पहले
रमना आलोक
लोक में।
डूबने से पहले
तरना है, "स्व" को
वश में करना है
-
उसे कह दो .......
अपने अहम के वहम को ,जरा संभाल के रखे,
क्योंकि अहम के आशियाने
अक्सर ,जल्दी ढह जाते हैं।।-
✨आलोक✨
जब चारों ओर अंधेरा ही अंधेरा हो...
(कृपया पुर्ण रचना अनुशीर्षक में पढ़ें )-