OM   (ओम 'साई '🖋️)
1.1k Followers · 689 Following

read more
Joined 22 July 2020


read more
Joined 22 July 2020
25 FEB 2023 AT 17:03

कुछ फुर्सत है आज ....

( कृपया संपूर्ण रचना अनुशीर्षक में पढ़ें )

-


25 FEB 2023 AT 8:04

Our progress is not relative to other people; it is relative only to ourselves and to God.

For all of us in reality are striving to surpass only ourselves.

-


24 FEB 2023 AT 7:39

छोटी छोटी बातों से जीवन बनता है
छोटे छोटे शब्दों से स्नेह निखरता है
किसी को छोटा कह कम नहीं आंकना
सबसे बढ़कर इस दुनिया में
दिल से दिल का रिश्ता है !!

-


23 FEB 2023 AT 7:44

मुख्तलिफ याद करने की
जरूरत तो तब हो
जब सिर्फ " मैं "और "वो "हो
"हम " न हो।

यहां तो यह आलम
जब भी हुई आंखें नम
'मै' और 'वो ' कभी हुए ही नहीं
हुए बस "हम" ।।

-


22 FEB 2023 AT 7:36

अमूमन मिल ही जाते हैं " वो "
कहीं न कहीं ...

कभी किसी अक्स में !
कभी किसी शख्स में !!

-


21 FEB 2023 AT 8:30

इन एहसासों को हवाओं
की तरह खुल कर बहने दो
किसी दायरे, किसी चौखट में
सहजने का जतन न करो ।

बरकरार रहने दो ताजगी इनकी
कैद कर इनका अध :पतन न करो
फकत महसूस करो इनको खुलकर
अनदेखा कर इनका शमन न करो ।।

-


20 FEB 2023 AT 7:40

FALLING DOWN IS NOT ALWAYS LOSING.

-


18 FEB 2023 AT 7:14

मशगूल एक सफ़र में
सारा जमाना है
न जिसकी कोई मंजिल है
न जिसका कोई ठिकाना है ।

जानें क्या हासिल करना है
जाने किसको आजमाना है
बस चाहतों की भीड़ है
और सरपट दौड़ लगाना है ।

कस्तूरी मृग सा भ्रम है
इस जिंदगानी का
यह एक ऐसी तलाश है
जिसमें खुद को ही पाना है ।।

-


13 FEB 2023 AT 7:37

वो तुम्हारी सरगोशिया
वो तुम्हारी आहटें
वो तुम्हारी खामोशियां
वो तुम्हारी मुस्कुराहटें ।

यह मासुमियत तुम्हारी
यह तुम्हारी शोखियां
क्या कहें ,कितने जतन से
खुद को हम संभालते ।

और उस पर गाहे बगाहे तुम्हारा
यह पुछना बैठना
कि हम तुम्हें क्यों है निहारते ।।

-


11 FEB 2023 AT 7:17

हवा का एक झोंका
कुछ इस अदा से
मेरे इर्द गिर्द लहराया है !
हो गया है मुझको यकीं
यह जरूर 'आपको' छूकर
ही आया है !!

-


Fetching OM Quotes