औऱ वो जो कभी
जाने कितने किलोमीटर
का फासला तय करता था
सिर्फ मेरी एक झलक के लिए..
आज उसी शख्श
के पास मेरे लिए
वक्त ही नही है.........-
❤मेरी मुस्कुराहट ही मेरी पहचान है❤
दीवानी मैं दीवानी
मुस्कुराहट की ... read more
औऱ कितना
दर्दनाक है न?
उस शख्श के लबों
पे किसी औऱ का नाम..
जिसके लिए आपने
हर चौखट
पे सजदे किये हो। .-
औऱ इक दिन
आंसुओ को अपनी
आंखों में रोककर
अपनी अनकही
बातों को सोचकर
बिना किसी को कुछ बताये
अपनी बातें सबसे छुपाये
तुम सोचोगे
कितने खूबसूरत पल
जिये मैंने ""उसके"" साथ
जो शख्श मुझे
उम्र भर के लिए नही मिला......
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औऱ ये जानते हुए कि
इक दिन हम बिछड़ जाएंगे
हमेशा हमेशा के लिये...
हमने साथ मे की तमाम यात्राएं
हमने जिये जिंदगी के खूबसूरत लम्हे
हमने साझा की अपनी अपनी परेशानियां
हमने बांटे अपने अपने दुख दर्द
हम खुशियों में साथ मुस्कुराये
दर्द में साथ आंसू बहाए
हम साथ मे मुस्कुराये
औऱ
कम लम्हो में भी हमने
उम्र भर के लिए
समेट ली ढेरो खूबसूरत यादें
जीने के लिए......-
सुनो!
मेरा तुम्हारी जिंदगी में
होना क्या था
शायद तुम कभी जान ही नही पाए...
हर छोटी और बड़ी बात पर
नाराज होकर भी हर
बार मैं मान गयी
शायद इसलिए तुम
समझे ही नही मुझे
पर
अब मेरा तुम्हारी
जिंदगी से चले जाना
तुमको समझायेगा
कि मेरा होना क्या था?
अलविदा........-
औऱ ये
जिंदगी है मुर्शद
इक दिन आपको
वहाँ लाकर छोड़ती है
जहाँ
आप कभी होना
ही नही चाहते थे....-
औऱ एक दिनआपकी जिंदगी में आया
शख्स आपको उम्मीद देता है
औऱ पूरे करता है आपकी
छोटी छोटी ख्वाहिशें
औऱआप जब आदी हो जाते हैं उसके
तो वही शख्श बदल जाता है
वक्त के साथ
दौर के साथ
टूटने लगती हैं आपकी ख्वाहिशें
औऱ अन्ततः
एक दिन आप
"खुद" टूट जाते हैं
टूटकर ही आपको
अहसास होता है
"उम्मीदें बहुत दर्द देती हैं"-
औऱ कैसे
भूल जाओगे तुम उस "लड़की" को?
जिसके साथ तुमने बांटे थे दर्द अपने
जिसके साथ साझा किये किस्से अपने...
पैसे न होने पे जिससे मांग लेते थे
जिसके साथ दर्द भी सम्हाल लेते थे...
जो बुरे दौर में ढाल बनकर साथ रही
जो बेरोजगारी में भी तुम्हारे पास रही...
जिसके साथ एक कप चाय भी अनमोल थी
जो खुशियों की मापतोल थी....
जिसके संग बाइक से जाने कितने सफर किये
जिसके पास जाने से न झिझक न शर्म किये
क्या सच मे उसे भूल पाओगे?
अच्छा सुनो
जिंदगी भर उसे याद रख पाओगे????
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