अनुभवों की पुनरावृति, प्रायः
मनुष्य के व्यक्तित्व के
विकास का दायरा
संकुचित कर देती है..-
किताबो ने ज़िन्दगी का वो सबक ना दिया जो ज़िन्दगी के संघर्ष ने दिया......
ज़िन्दगी के संघर्ष से अनुभव हुआ कि हमारी ज़िन्दगी का आधार ही संघर्ष है....
ज़िन्दगी ने इतना धैर्य दिया कि हर पल में खुशियां ढूंढ ली हमने.......
ज़िन्दगी का हर पड़ाव हमें एक अनुभव दे जाता है जो मानो तो बहुत कुछ ना मानो तो कुछ भी नही.......
ज़िन्दगी के बारे में जितना लिखू उतना कम है क्योकि ये शब्दो से नही हालातो से बयान होती है.....
-
अनुभव-अनुभव पढ़ रही हूँ जीवन को मैं,
घटना-घटना जीवन भी गढ़ रहा है मुझे।-
न मैं सिखाऊं ना वो सिखाएँ
रख जगत का ध्यान,
मानव तेरी ज्ञानेन्द्रियाँ है
विष भरा कल्याण।।-
रुदन में कितना उल्लास, कितनी शांति, कितना बल है। जो कभी एकांत में बैठकर, किसी की स्मृति में, किसी के वियोग में, सिसक-सिसक और बिलख-बिलख नहीं रोया, वह जीवन के ऐसे सुख से वंचित है, जिस पर सैकड़ों हँसिया न्योछावर हैं। उस मीठी वेदना का आनंद उन्हीं से पूछो, जिन्होंने यह सौभाग्य प्राप्त किया है।
-
फासला भी जरूरी था,
चिराग रोशन करते वक्त,
ये तजुर्बा हमें हासिल हुआ,
हाथ जल जाने के बाद!!-
सच कहा है किसी ने
कि अनुभव एक बेहतरीन स्कूल है..!!
बस.....
कमबख्त फीस बहुत लेता है.......
-
अनुभव की कमीं थी,सो गलती कर बैठा था।
प्यार समझने से पहले ही,प्यार कर बैठा था।-
कोई चुपके से आके
सपने सजाके
सपने सुलाके
मुझको जगाके
बोले,
कि मैं आ रहा हूँ
कौन आये?
ये मैं कैसे जानूँ?
कोई चुपके से आके ...-