क्या लिखूं तेरी याद में
तू अनकही कहानी है
जो बीत गई पल में
तू वही ज़वानी है....-
इस इश्क़ में दर्द के नाम से लिखे पन्ने ही तो आबाद हुए,
वरना जख़्म -ए-इश्क पा के ना जाने कितने खामोश हुए.........-
She wasn't defeated by the adversities thrown at her by the world,
But by her own demons!
Her price for not giving up on people,
On the belief that everybody holds some good in themselves is..
She had to spend her last days in
#AcuteDepression
#PanicAttacks
& #Tears!
The upcoming writer of #अनकहीKahani,
has dusked forever at dawn today!!
ॐ शांति शांति शांति: 🙏🏻-
ज़िन्दगी थी एक कोरे कागज़ सी,
उसने हर्फ दर हर्फ कहानी लिखी थी..
ऐसे वीरान पड़े बियाबान में
उसने शहर सी चकाचौंध भरी थी
अब जो कहीं दूर चली गई वो उससे
कैसे पागल पागल सा फिरता है
महफिलों में हंसता मुस्कुराता है
सारी सारी रात तन्हाई में रोता है
कभी दीवारों से बातें करता है
तो कभी ख़ुद से ही लड़ता है..
-
उसने आंसू बहा कर मनाया था मुझे
अब मेरे रोने से फर्क नहीं पड़ता उसे ।-
निस्बत तो अभी पाक है, उसका और मेरा
चाहत भी ऐसी है, बर्ग- ए-गुल के जैसी
अक्स उसका मुझमें है, और मेरा उसमें
दिल्लगी लगी है, ऐसी मुझे मेरे क़मर की
ना रातो को चैन है, दिल मेरा बैचेन है।-
कैसा धुवां है वो,
जो बढ़ता ही जा रहा,
वो गजब यार है,
जो आग पानी में लगा रहा,-
मुझसे यूँ फिजूल की बातें
ना किया करों जनाब...
रास्ते में जब भी मिला करों
मुस्कुरा कर मिला करों जनाब...-
मुझे मालूम है कि
मुझे तुमसे भी अच्छे बहुत मिलेंगे
लेकिन तुम मिलते तो बहुत अच्छा होता-