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अच्छे हो, हाँ! तो अपने मन से रहो।
जिंदगी जीना है, तो बुरे बन के रहो।।-
गुम हो जाते हैं अच्छे लोग
मिलते कहां है अच्छे लोग वह तो निर्मल जल की तरह होते हैं फूलों की खुशबू की तरह होते हैं घाटी से आती साफ हवा की तरह होते हैं
बहुत जल्दी लापता हो जाते हैं अच्छे लोग कितनी देर तक अच्छे बने रह सकते हैं स्वीकार कर लेते हैं जल्द ही अधीनता वैभव की वह भी attitude में जीने लगते है वह भी अपनी पहचान खो देते है
कभी अगर अच्छाइयां बाहर निकलना भी चाहे तो खींच लेती है बुराइयां उन्हें अपनी तरफ वह भी सिमट जाते हैं उसकी ओर क्योंकि उन्हें भी जीना है इसी समाज में रहना है।
इस तरह एक रेखा बन लुप्त हो जाते हैं अच्छे लोग धीरे - धीरे गुम हो जाते हैं अच्छे लोग!!-
वो कहते हैं अच्छे बहुत हैं आप
और ये भी कहते हैं अच्छे लोग नहीं जीतें है बहुत-
अक्ल से कच्चे,दिल से बच्चे पर अच्छे होते है
समझदारों से नादाँ अच्छे होते है
मरहम के बहाने जो बारम्बार जख्म छूते है
ऐसे दोस्तों से दुश्मन अच्छे होते है
अपनों से कर बेवफाई, बेवफा के लिए फ़ना होते हैं
ऐसे इश्क़बाजो से पागल अच्छे होते है
पहनकर झोला तिरंगे का बात दो रँगी करते है
ऐसे देश भक्तों से देश द्रोही अच्छे होते है
पढ़कर चार किताबें माँ-बाप को अनपढ़ कहते है
ऐसे पढे लिखो से अनपढ़ अच्छे होते हैं
कुरेदते रहते है जो जख्मों को कलमों से अपनी
"मुनीष"ऐसे कातिब से ज़ालिम अच्छे होते है-
हर हादसों में इंसान मरता नही किसी मे खो जाता है,
जिस हादसे में वापस ना लौटे वहीं इश्क़ कहलाता है!-
युद्ध नहीं, सहायता!
विनाश नहीं, सृजन!
कलह नहीं, शांति!
मतभेद नहीं, मिलन!
"शीघ्र ही सारे प्रतिरोधों के बावजूद"
प्रत्येक धर्म की पताका पर
यह स्वर्णअक्षरों में लिखा होगा!-
अच्छे लोगों की सबसे बडी,
खूबी यही है ।कि
उनको याद रखना नही पड़ता ,
वो याद रह जाते है।-
"हमें नेकिया और कुछ अच्छे कर्म
जिंदगी में ऐसा करना चाहिए जिनका
भगवान के सिवाय कोई और गवाह ना हो सके"।
राधे राधे 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻-