Kisi ko paane aur haasil karne me
utna hi farq hai
Jitna jine me aur zinda rehne me hota hai
किसी को पाने और हासिल करने में
उतना ही फ़र्क़ है
जितना जीने में और जिंदा रहने में होता है
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Tere jnaaze ko dekh pana meri himmat thi ,
or mujhe is haal mein chod jana teri,
Bus isi koshish mein hum rote rhe ,
Mere ansuo se
bujh jaye vo jalti cheeta teri ....-
ये मुस्कराहट मेरी बस जमाने के लिये है
हर हाल में जिंदा हूँ ये दिखाने के लिये है
भीगी पलकें और आँखों में नमी जो है
ख़्वाबों को अश्कों में बहाने के लिये है
सोहबत के लम्हे जो जिंदा हैं जहन में
वो बेवजह ही खलिश बढ़ाने के लिये है
माहताब जो हँसता है चाँदनी साथ लिये
स्याह रातों में रोशनी सताने के लिये है
डूब जाने दो इन मय के प्यालों में मुझे
ये साकी ये जाम प्यास बुझाने के लिये है
जो हसीं यादें पुराने संदूक में रखी हैं मैंने
हर खत महबूब का अब जलाने के लिये है
'मौन' हूँ अब हर दर्द सीने में दबा लेता हूँ
मेरी ग़ज़लें हाल-ए-दिल बताने के लिये है-
शुक्र है मैं ज़िंदा हूँ,
वरना !
टूट तो मैं एक तरफ़ा
इश्क़ में भी गया था |-
Chalo ab tumse sulah kar li jaye.
Tum khush rehna
Hum zinda rahenge..
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न चाह, न आदत, न शौक रहा कभी
दरख्वास्त ऊपरवाले से बस इतनी सी थी
कि मेरे मरने से पहले बस मुझे ज़िंदा रखना,
गर गलती से मोहब्बत मुझे भी हो गई..-
رکھا ہے تجھے اب بھی یادوں میں زندہ غنیمت جان، ورنہ
ہم دل توڑنے والوں کو یاد تو دور نام لینا بھی گوارہ نہیں کرتے
Rakha hai tujhe ab bhi yado me zinda ganeemat jaan,warna
Ham Dil todne walo ko yaad to door naam Lena bhi gawara nahi karte,
✍️رائٹس۔ناعمہ اصلاحی-
Yuñ tod kar rishtā mirī maut chahte the tum,
Main āj bhī huñ zindā, Dekh rahe ho nā tum.-
अच्छी खासी जिंदगी का अजीब तराना हो गया
कल तलक हज़ारों लोग थे मेरे आस पास
आईनों से बाते करना अब बहाना हो गया-
Isq kiya hai to
isq ek tarafa hi sahi
par zinda rahena chahie-