फैसला चाहे कुछ भी हो।
तुम फ़ासले न बनाना।।
सियासत के इस खेल मे।
अपना तमाशा न बनवाना।।
आफ़ाक-
अब ईद की खीर खाने उनके मकान नहीं जाते
और राखी बंधवाने भाईजान नहीं आते..
-©NikitaShriwas'तमन्ना'
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यार! निभा लो न प्यार से चार दिन ..❤️❤️
क्या चला जायेगा तुम्हारा और हमारा ..🤷🤷
कहां लेके जाओगे ये दुश्मनी और नफरत...💔
समझ नहीं आता कि क्यों 🙄
इतनी नफरत है एक दूसरो के प्रति😒
आज हों शायद !
कल शायद हम से कोई एक न रहे ..😒😒
लेकिन वो बीते हुए पल याद रहेंगे ।🤗🤗
इंसान हो यार इंसान के नाते ही...🙎🙍
इंसानियत निभा दो न हर किसी के लिए ..😊😊
चार दिन ज़िंदगी के एक दूसरे से प्यार से निभा लो ना।🙏🙏
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अजीब सा दौर चल रहा है 💯
भाई भाई से ही नहीं बोल रहा है । 🙂😕
क्या सच मैं इतना बदल
जाता भाई का रिश्ता ??😕
नीचे भी पढ़े पूरा..
👇👇👇 .-
कई इमारतें बुलंद देखीं हमने,
लेकिन वो मुकाम इनमें कहां जन्में।
आपदा से बरबादी से कहीं ज्यादा,
इनमें दिल-ए-दूरियां मौजूदा।
रहते एक छत के नीचे है,
पर होते ये दिल से जुदा है।
जिनके घर बाढ़ में तबाह होते,
हौसले तो इन आशियानें में पलते।
यूं तो रोज़ाना,
हालात उन्हें चाहें दफनाना।
हर वक्त टूटते घर उनके,
पर इनमें अटूट इरादे है पलते।
परिवार महल, कोठी, बंगले से नहीं,
उनमें बसेरा करने वालों से बनती।
इस तालीम को कामिल करे,
बच्चों की सोच में इसे शामिल करे।
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गर सच में राम राज्य बसाने की ज़िद होती
तो ए दोस्त बगल में राम मंदिर के मस्जिद होती।।-
तुम शीशियों में ज़मज़म रख लो, मैं अपने घर गंगा रखूंगा,
तमाम झंडो को दफ़्न कर दो, मैं ऊंचा अपना तिरंगा रखूंगा !!
تم شیشیوں میں زمزم رکھ لو, میں اپنے گھر گنگا رکھوں گا..
تمام جھنڈو کو دفن کر دو, میں اونچا اپنا ترنگا رکھوں گا !!-
कहते हो,हिंदू होकर,दोस्ती मुसलमान से की है!
साहब मैंने दोस्ती मज़हब से नहीं,इंसान से की है!!-
बदल कर रख दिया है राजनीतियों ने संविधान का मुखौटा,
अब वो कह रहे हमें अमन के साथ सबका विकास चाहिए।
बह गए हैं बाढ़ के घेराव में दस्तावेजों के साथ घर जिनके,
उनसे सरकार कह रहा हिंदुस्तानी नागरिक होने का प्रमाण चाहिए।
अगर करना हो ऐसे नियम लागू जो जनता के हित में है तो ऐसा विश्वास लाएं,
आवाम कह रहा हमें ऐसा सरकार चाहिए।
जो हिंसा की आग उठी है,उससे अपने ही घर जलेंगे फिर बहुत से मासूम इस दंगे में फसेगे, रोक लो खुद को इससे
क्योंकि हमें हक़ और शांति के साथ इंसाफ चाहिए।
हिंदू, मुस्लिम ,सिख ,ईसाई हम सब हैं भाई भाई यही पुराना कथन अपनाकर,
आवाम कह रहा हमें एकता के साथ वही पुराना हिंदुस्तान चाहिए।
!!हमे अपना एकराष्ट्र हिंदुस्तान चाहिए!!
🇮🇳🇮🇳🇮🇳
_shirisu(साँच✍)
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