लफ्जों का तीर कुछ ऐसे सीना चीर कर गयाजब लगा की हम मालिक हैं कोहिनूर केवो उसी पल हमें फकीर कर गया।। -
लफ्जों का तीर कुछ ऐसे सीना चीर कर गयाजब लगा की हम मालिक हैं कोहिनूर केवो उसी पल हमें फकीर कर गया।।
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पुख्ता सबूत चाहिए आज उनको हमारी मोहब्बत काजिनके हाथों में कभी दिल थमाया था हमने नजरें झुका कर।। -
पुख्ता सबूत चाहिए आज उनको हमारी मोहब्बत काजिनके हाथों में कभी दिल थमाया था हमने नजरें झुका कर।।
जिन जिनको अपने हालात सौंपे हैंखुदा कसम सबने खंजर घोंपे हैं। -
जिन जिनको अपने हालात सौंपे हैंखुदा कसम सबने खंजर घोंपे हैं।
बंटवारा कुछ यूंदो दिलों का हुआहमारा एक गलत फैसला और फासला मीलों का हुआ! -
बंटवारा कुछ यूंदो दिलों का हुआहमारा एक गलत फैसला और फासला मीलों का हुआ!
हां, सोची थी हमने भी अकेले रहने कीपर क्या पता था अकेले ही पड़ जायेंगे! -
हां, सोची थी हमने भी अकेले रहने कीपर क्या पता था अकेले ही पड़ जायेंगे!
You will feel like Ashoka and Buddha at the same time when you'll know that death is not the end! -
You will feel like Ashoka and Buddha at the same time when you'll know that death is not the end!
हे महादेव!मैंने गुनाह नहीं पाप किया हैपश्चाताप की अग्नि में दिन रात विलाप किया है।अब बस आखिरी दुआ कुबूल करोइस दीए को कभी जलती ज्योत ना मिलेमैं मांगू, पर मुझे मौत ना मिले।। -
हे महादेव!मैंने गुनाह नहीं पाप किया हैपश्चाताप की अग्नि में दिन रात विलाप किया है।अब बस आखिरी दुआ कुबूल करोइस दीए को कभी जलती ज्योत ना मिलेमैं मांगू, पर मुझे मौत ना मिले।।
नालायक नीक्कमे गंवार तोहम ही थे ए खुदा जो पढ़ नहीं पाए,वरना वो तो लफ़्ज़ों पे गीताऔर आंखों में कुरान रखती थी! -
नालायक नीक्कमे गंवार तोहम ही थे ए खुदा जो पढ़ नहीं पाए,वरना वो तो लफ़्ज़ों पे गीताऔर आंखों में कुरान रखती थी!
परवाह तेरी सच्ची की थी मैंने बेशक किया हो प्यार नहींमाना की तेरा गुनहगार हूं मगर ए दोस्त मैं मक्कार नहीं।। -
परवाह तेरी सच्ची की थी मैंने बेशक किया हो प्यार नहींमाना की तेरा गुनहगार हूं मगर ए दोस्त मैं मक्कार नहीं।।
वो महफ़िल में आज एक अरसे बाद नजर आएगैरों के शेरों परकरते इरशाद नजर आए।। -
वो महफ़िल में आज एक अरसे बाद नजर आएगैरों के शेरों परकरते इरशाद नजर आए।।