कौन आएगा बचाने अब तेरा दामन यहाँ
ख़ुद के हाथों को ही अब तलवार होना चाहिए।।-
ये घिनौना काम करने का तुमने कैसे सोचा होगा
अरे हवसी गिद्धो, उस बच्ची को तुमने न जाने कैसे नोचा होगा
कुकर्म करने से पहले, खुद से कुछ तो सवाल किया होता
उस बच्ची की शक्ल देख, अपनी माँ बहनो की ही ख्याल किया होता
ना जाने उन माँ बाप पर तब क्या क्या बीती होगी
जब घर के आँगन में उनको अपनी गुडिया ना दिखी होगी
कब तक यूही इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाले हम
हो कुछ प्रबंध ऐसा भी, की कुकर्मी को नंगा कर के मारे हम
बहुत हुई ब्यानबाजी, अब तो तुम कुछ कर्म करो
बच्ची के मरने में हाथ तुम्हारा भी है, पुलिस प्रशासन कुछ तो शर्म करो
माफी वाफी बहुत दे चुके, अब इनको कोई तगड़ा झटका दो
गुप्तांगो को काट कर इनके, चौराहे पर सूली लटका दो
जब तक इस धरती पर एक भी बलात्कारी जिंदा है
तब तक कैसे खुद को इंसान कहे, आज इंसानियत भी शर्मिंदा है
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ख़ुद को बदलने की वरना
हम भी बन जाते अच्छे इंसान
कुछ ना कर पाता वो हैवान
नोच ही लेते उन्हें बनके शैतान
ना बैठते भरोसे इस अंधे कानून के
हर सपने पूरे होते बेटी के जनून के
जिंदगी तो जी लेती वो बेटी सकून से
हम भी ढ़ल गए इस जमाने के साथ
घूम रहे है वो दरिंदे जिंदा किसी बहाने के साथ
अभी भी देर नही हुईं है
खँगाल लूँगा ख़ुद में वो इंसान
जो में कभी बन ही ना पाया-
पन्नों में सिमटे राम , मन में बसे रावण
खेल है जारी सियासत का ,
मुरझा गई वो नन्ही सी जान।
लुटी अस्मत गई जान,
होगी गठित कमेटी चलेगी जाँच पहर-दर-पहर।
यकीनन मिलेगा सजा-ए-मौत
फिर चलेगा दावत बीते यारों संग सरकारी कैदखानों में।
फिर भी खेल जारी रहेगा सियासत का
जुटेंगे लोग रंग देने मजहबी का
खटखटाएगा फाटक आधी रात को।-
I just wish that like the way
India is at top in cricket
One day India will also be
At top in justice-
मेरी अश्को की कहानी को
वो मेरा दर्द समझ बैठे हैं
मेरे हर दर्द की दवा बनकर
मेरे नयें ज़ख्मो की वजह बन बैठें हैं
आज भी विश्वास हैं उन पर
खुद से ज्यादा कि मुझे अपना कहेंगें
इसी आशा में हम उनके इंतजार मे
दुनिया भूलाकर चौखट पर बैठे हैं
न दिन-रैन कटे हैं, न चैन मिले हैं
उनकी एक झलक के लिए भी
हम पल-पल मरे हैं-
At 26, if a girl
Covered in a towel "characterless"
At 3 , baby girl
Covered in a towel got "raped".-
छोटे छोटे हाथ,
छोटे छोटे पैर,
प्यारी सी वो आँखें,
प्यारे से वो होठ,
सब टुकड़े समेट कर
अब इंसानियत को जला देना चाहिए....
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