"तुम बात कर लिया करो कभी कभी मुझसे,
कहते है, जिन्दगी से रूबरू होना अच्छा होता है "
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बस यही तो मैं अक्सर किया करती हूँ।
तुझको अक्सर ही मैं लिख लिया करती हूँ।
जब कलम सताती है न तेरे इंतज़ार की ...
शब्द यादों के उसको दिया करती हूँ।
✍️राधा_राठौर♂-
जिस्म के भूख में
तुम हद से भी आगे गुजर जाओगे ,
मैं जलकर राख हो जाऊँगी
और तुम छू तक ना पाओगे |
प्यार-मोहब्बत-ईश्वर-अल्लाह
तुम सबका दरवाज़ा खटखटाओगे ,
पर मेरे नाम के अक्स को भी
तुम सात जन्मो तक ढूंढ ना पाओगे |
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"Forever" Ka Wada Yahan Sab Karte He Na
Tum Bin Bole Kuch Aisa Niva Jana Jo Puchhe Agar Koi Hamare Ristay Ka Nam To Tum "Mohabbat" Bata Dena❤-
मुश्किलें तमाम हो पर साथ तेरा हो
गिरू अगर तो संभाले मुझे वो हाथ तेरा हो-
इंतेज़ार सिर्फ तेरा है।
बेकरार दिल मेरा है।
मेरे नशे की वजह शराब नहीं...
वो वजह तेरा चेहरा है।।
✍️राधा_राठौर♂-
एक तुम हो जो
गुमराह करते हो हमें
....
एक हम हैं जो
गुम हो जाते हैं .. तुम में-
अब चांद भी तो
तुम्हारी ही तरह शर्माता हैं ,
तुम जब-जब अपनी पलकें झपकाती हो
वो तब-तब काले बादलों के पीछे छुप जाता हैं |
प्यार उसे नहीं तुमसे - प्यार मुझे हैं तुमसे ,
यही यक़ीन वो भी बार-बार तुम्हें दिलाता हैं ,
मेरे कहने पर तो
वो भी कभी-कभी मेरे साथ
तुम्हारे सपनों में चला आता हैं |
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कब से मैं गुमशुदा हूँ उसमें ही कहीं,,
बेबसी देखों ढूढ़ने की इजाज़त भी नहीं,,-