You visited my heart,
Decorated it in the best possible way,
You left my heart like a grave,
Come and visit the Taj Mahal in me today!-
शहर के हर गली में ताज होता।
गर मेरे महबूब में भी अक्स-ए-मुमताज होता।-
खूबसूरत है ताज, जरा.. दूर से निहारिये
पाँव रखकर, मेरे चाँद को मैला न करो..— % &-
शायद वह वाकिफ नहीं है मेरी मोहब्बत से
जो टूटा दिल तो एक नई प्रथा का आगाज कर दूंगा
दफन करके उनकी यादों को
अपने दिल की कब्रिस्तान में
अपने दिल को ताज और उन्हें
मुमताज कर दूंगा-
ना जाने
किसने लिखा है
इस श्वेत पाषाण ताज को
अमर प्रेम का प्रतीक।
जब भी मैंने देखा
इस ताज को
मैंने देखी बस
संगमरमर की वो
रक्त रंजित दीवारें,
कटे हुए हाथ
आलों और ताखों पर,
सुनी कनीजों की आहें
जो दब गई तहखानों में,
आंसुओं की बदबू
जिन्हें मिटा न सका
गुलाब और चंदन का
कोई भी उबटन ।
मुझे नहीं जाना था
प्रेम ढूंढने
किसी मुगल सल्तनत में,
मुझे आना था बस
तुम्हारी गलियों में
एकटक देखना था तुम्हें
उस अधखुली खिड़की से,
गूंजने थे तुम्हारे गीत
मेरे कानों में और
महक जाना था मुझे भी
तुम्हारे गजरे के फूलों से।-
ताजमहल मोहब्बत का प्रतीक है,
तभी तो प्रशंसनीय है!
लेकिन अगर माँ के प्यार की निशानी होता,
तो पूजनीय होता!!-
मैंने पूछा, "मैं मर गई तो तुम
भी मेरे लिए बनाओगे
एक हसीन ताज?"
वो बोला, "नहीं,
मैं तुम्हारे साथ
ताज से भी खूबसूरत
कुछ बनाऊंगा
... आज!!!"-
मोहब्बत-ए-मिसाल की हैं, ये दास्ता पुरानी
इतिहास सुना राहा हैं, इसकी दीवानगी ।।
पन्नों से क्या सुनते हो, ताज की ये अमर काहानी
मकबरा खुद गवाही दे राहा, मुमताज की जुबानी ।।-