Satar zaban ka ho, ya dukaan ka dostoo
Khulti h Tab to haqeeqat malum padta ta h....-
खुशियाँ ख़रीदी नही जातीं ग़म कहीं बिकता नही
हँसी सब देख लेते हैं दर्द किसी को दिखता नही-
Main bura hun ye bura to nhi hai..
Tumh achhe ho ye acha to nhi hai..
Najar ka najariya hai janab,,
Yanha koi sachha to nhi hai..-
*ख्वाबों* का कारवां यूँ ही चलता रहता है
खुश है वही जो *ख्वाबों* को
*हक़ीक़त* में बदलता है
🎭🎭🎭-
किस शख्स पर करूं मैं यकीन समझ नहीं आता
क्योंकि इमारत है भरोसे की
पर बुनियाद है झूठी.......💔💔-
कभी-कभी असत्य भी सत्य पर भारी पड़ जाता है
क्योंकि अदालत में होने वाला हर फैसला न्याय नहीं होता
-
क्या खूब है ना साहब।
मां बाप की नसीहत,
सब को बुरी लगती है......
और मां-बाप की वसीयत,
सबको अच्छी लगती है.......-
शक़्ल-सूरत, शौहरत,पैसा, हैसियत इत्यादि से किसी की अच्छाई का अंदाज़ा क्यों लगाते हो
जनाब, कभी किसी की अन्दर की सोच और अच्छाईयां भी तो देखो..!!
-