आज सुना सबको मामा के घर की बातें करते हुए
फिर झलक गए आंसू आंखों से होते हुए ....!!
दिल दहल गया यह सोच कर कि 1 दिन मातम का माहौल होगा
मम्मी नानी के बाद हमारा ननिहाल नहीं होगा ..!!
अभी मतलब से जुड़े हैं बहुत से रिश्ते
डोर टूटते ही उनका कोई कर्जदार नहीं होगा
मम्मी एक दिन हमारा ननिहाल नहीं होगा ...!!
खेत में हलचल आम की डाली पर झूला सब बातें याद आती हैं
नाना के संग गुजरी हुई यादें याद आती हैं
हो जाएगी भूमि बंजर उसका कोई हकदार नहीं होगा
मम्मी नानी के बाद हमारा ननिहाल नहीं होगा...!!
अभी ठिकाना है वहां रुकने का ,नानी के संग बैठकर प्यारी बातें करने का
घर में हो जाएगा हमेशा के लिए अंधेरा , जब उसका कोई चिराग नहीं होगा
मम्मी नानी के बाद हमारा ननिहाल नहीं होगा ...!!
नानी के प्यार को तरसते हैं फिर उनका सिर पर हाथ नहीं होगा
मम्मी एक दिन हमारा ननिहाल नहीं होगा ...!!
-