मौसम बदले बहारे बदली
मगर कुछ न बदला तो वो
चाँद और उसकी चांदनी
कभी नाराज होती चांदनी
तो झट से मनाया करता चाँद
एक पल भी ना दूर रहते
एक दूसरे के बिना....
चाँद प्यार तो चांदनी एहसास
रहे हमेशा एक दूसरे के साथ
जन्मो जन्म ना हो कभी जुदा
इतना प्यार दोनों में हो रूहानी
बस इतनी सी दास्तान है सुनानी
आज भी मन मोह लेती है
उनके प्यार की रवानी
आज भी जानते है लोग
उनकी कहानी जबानी
इसलिए चाँद से दोस्ती पुरानी.....
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उस प्रेम की प्रीत में मधुमय मिठास थी ग़ालिब,
जब महबूब के होठों की सुर्खियां मेरे रूह के साथ थी-
ज़िंदगी से कितने दर्द मिले, ये सोचकर वक़्त जाया ना कर मुसाफ़िर,
रोज़ इतना मुस्कुरा की दर्द भी आकर पूछे तेरी ख़ुशी की वज़ह क्या-
वो मुझे,
इश्क़ के मायने,
बता रहा है,
मेरा यार मुझे,
इश्क़ रूहानी सा,
सिखा रहा है!!-
मुझे मुफ़लिस समझ रही हैं कि मैं उसे क्या दूँगा
बुढ़ापे में भी जवानी सा एहसास दूँगा ,
जिस उम्र पड़ जाता हैं अक्सर इश्क़ फीका
उस उम्र में भी भरूँगा आग़ोश में तुम्हें
.............और बे-पनाह इश्क़ रूहानी दूँगा ,-
चंद कोरे कागज़ के पन्ने और इक अनही मेरी कहानी...उतार दूँ सच इन पन्नों पर मेरा या सुना दूँ तेरे हिस्से का पहलु रूहानी...
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Bund bund sa vo jism m utarne lga h
Khwahishon k asman se vo upr udne lga h
Ek nayi sazz sa dhun koi ched rha h
Ishk muhobbat ke paimane sa
Koi ruh m bs rha h....😋-
कुछ रिश्ते...
बड़े ही रुहानी होते हैं,
जो...
अपनेपन का शोर
नहीं मचाते हैं,
और अकेलेपन में भी
हमें हँसाते हैं..!!!!
❤__|\/|/-\|\||\|/-\T__❤-
Everyone
dances at the age of 27 with their partners ,
But
we'll dance with each other at the age of 72 !!
Holding
each others hand tightly ,
By
coordinating with each others shivering hands and legs !!
By
looking at each others wrinkled faces !!
By
resting in each others arms !!!!-
वो अदा हो तुम ..!
तुमसे नजरें मिलाना गवारा नहीं जाता
यु खुद को, खता-ए-मोहब्बत
के जेल में बंद करना
आवारा नहीं जाता
तुम्हें याद है।
तुम खुद को शहाजाहाँ
हमें मुमताज़ कहा करते थे।
इसी बात पे ,हम तुमसे नजरें
छुपा लिया करते थे।
वो अदा थी ,उस शाम की
रूह से मिलन कि
क्या , तुम्हें याद है।
_चाँदनी प्रजापति.....✍️
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